मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ | Soils Of Madhya Pradesh
इस लेख में जिसका शीर्षक मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ (Soils of Madhya Pradesh) के अंतर्गत मध्य प्रदेश की मिट्टियों कि निम्न जानकारियां प्राप्त करेंगे जैसे:-मध्य प्रदेश में प्रमुख रूप से पांच प्रकार की मिट्टी पाई जाती है, मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ-मिट्टियां जैसे:- मध्य प्रदेश की काली मिट्टी(मध्य प्रदेश में काली मिट्टी सर्वाधिक मात्रा में पाई जाने वाली मिट्टी है),लाल और पीली मिट्टी(मध्य प्रदेश का संपूर्ण पूर्वी भाग बघेलखंड क्षेत्र में स्थित है),जालोढ़ मिट्टी(मध्य प्रदेश में जालोढ मिट्टी उत्तर पश्चिमी जिलों में जैसे भिंड मुरैना शिवपुर शिवपुरी ग्वालियर में 7.57% भू भाग पर पाई जाती है),कछारी मिट्टी (नदियों द्वारा अपने बहाव क्षेत्र में बहाकर लाई गई या बिछाई गई मिट्टी को कछारी मिट्टी कहते हैं),मिश्रित मिट्टी(मिश्रित मिट्टी प्रमुख रूप से बुंदेलखंड क्षेत्र में पाई जाती है) का विस्तारपूर्वक वर्णन,मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों का प्रतिशत,मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों का क्षेत्र, मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों के प्रमुख एवं मुख्य घटक,मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों की प्रकृति, मध्यप्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों से संबंधित जिले,मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों की प्रमुख फसलें, मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों की विशेषता।मध्य प्रदेश की मिट्टियां-मिट्टियाँ-मिट्टी-मिट्टियों(Soils Of Madhya Pradesh) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न.MCQ, बहुविकल्पीय प्रश्न,वस्तुनिष्ठ प्रश्न,प्रश्नोत्तरी,प्रश्न उत्तर,(SOIL OF MP) GK QUESTION,
मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ-मिट्टियां (Soils Of Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ-मिट्टियां(Soils Of Madhya Pradesh):- भारत देश के हृदय में स्थित मध्य प्रदेश राज्य भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप पठार का वह भाग है,जहां संपूर्ण प्रदेश में मुख्य रूप से अवशिष्ट मिट्टी पाई जाती है।मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ(Soils Of Madhya Pradesh)जो प्रमुख रूप से पांच प्रकार की मिट्टियां-मिट्टी पाई जाती है जैसे:- काली मिट्टी, लाल और पीली मिट्टी,जलोढ़ मिट्टी,कछारी मिट्टी, मिश्रित मिट्टी।यहां पर स्थित चट्टाने एवं पहाड़,मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली मिट्टियों की प्रकृति के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश की मिट्टी(Soil Of Madhya Pradesh-MP) में जैव पदार्थ भी बहुतायत में मिलता है।मध्य प्रदेश अत्यंत प्राचीन भूखंड का वह भाग है जो बड़ी से बड़ी और छोटी से छोटी चट्टानों के द्वारा बना हुआ है,इसलिए(Soils Of MP) मध्य प्रदेश की मिट्टियां भी इन्हीं चट्टानों के द्वारा निर्मित हुई है।आज इस लेख में हम मध्य प्रदेश में पाए जाने वाली पांच प्रमुख मिट्टियों के नाम काली मिट्टी,लाल और पीली मिट्टी,जलोढ़ मिट्टी,कछारी मिट्टी,मिश्रित मिट्टी ), मिट्टियों का वर्गीकरण तथा उनकी विशेषताओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे।
मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों के प्रकार एवं मिट्टी-मिट्टियों का वर्गीकरण
भारतीय मृदा या मिट्टी सर्वेक्षण विभाग द्वारा मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियां-मिट्टियाँ - मिट्टियों को पांच प्रकारों में या भागों में वर्गीकृत किया गया है या अन्य शब्दों में यह कह सकते हैं,कि मध्य प्रदेश में प्रमुख रूप से पांच प्रकार की मिट्टी पाई जाती है। वर्गीकरण के आधार पर मध्प्रयदेश में प्रमुख रूप से पांच प्रकार की मिट्टी-मिट्टियां-मिट्टियाँ पाई जाती है।
1. काली मिट्टी
2. लाल और पीली मिट्टी
3. जलोढ़ मिट्टी
4. कछारी मिट्टी
5. मिश्रित मिट्टी
काली मिट्टी (हयूमस या रेगर मिट्टी)
मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली अन्य मिट्टियों की तुलना में काली मिट्टी सर्वाधिक मात्रा में पाई जाने वाली मिट्टी है।मध्य प्रदेश के स्थानीय लोग इस मिट्टी को भरी या कन्हर मिट्टी भी कहते हैं।काली मिट्टी एक प्रकार की लावा मिट्टी होती है, जो कि मध्य प्रदेश में स्थित मालवा का पठार में पाए जाने वाले आग्नेय चट्टानों (जिसे बेसाल्ट चट्टान भी कहते हैं)से काली मिट्टी बनी हुई होती है।मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली काली मिट्टी में लोहे एलुमिनियम एवं चुने की अधिक मात्रा होती है।लोहे की अधिक मात्रा काली मिट्टी को काला रंग प्रदान करता है,और चुने की अधिक मात्रा काली मिट्टी को और आद्रता को ग्रहण करने की क्षमता प्रदान करता है। मध्य प्रदेश की काली मिट्टी वाला क्षेत्र मुख्य एवं प्रमुख रूप से कृषि क्षेत्र के अंतर्गत ही आता है,जहां कम सिंचाई की आवश्यकता के कारण रबी और खरीफ की फसलों का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है।मध्य प्रदेश की काली मिट्टी वाले क्षेत्र जहां कम सिंचाई में निम्न फसलों का अधिक उत्पादन होता है,जैसे-कपास गेहूं सोयाबीन आदि।काली मिट्टी का सर्वाधिक क्षेत्र महाराष्ट्र राज्य में आता है,जो प्रथम क्रम में आता है,और दूसरे क्रम में मध्य प्रदेश की काली मिट्टी का क्षेत्र आता है,जहां अधिक मात्रा में काली मिट्टी पाई जाती है।(Soil Of Madhya Pradesh) मध्य प्रदेश की मिट्टी 'काली मिट्टी' की विशेषता निम्नलिखित है निम्न है:-
- मध्यप्रदेश की काली मिट्टी में जल धारण क्षमता सर्वाधिक होती है।
- मध्य प्रदेश की मिट्टियों (Soil Of Madhya Pradesh) मैं काली मिट्टी 47% क्षेत्र में पाई जाती है।
- काली मिट्टी का PH मान 7.5 से 8.5 होता है।
- काली मिट्टी क्षारिय प्रकृति की होती है।
- काली मिट्टी कपास की फसल के लिए सर्वाधिक उपयोगी होती है,एवं गेहूँ एवं सोयाबीन के लिए भी उपयोगी होती है।
- यह मिट्टी एक प्रकार की लावा मिट्टी होती है जिसका निर्माण ज्वालामुखी से निकलने वाले लावों से हुआ है।
- काली मिट्टी में नाइट्रोजन फास्फोरस एवं जैव तत्व की कमी होती है।
- काली मिट्टी पानी में चिपचिपी हो जाती हो और सूखने पर दरारें पड़ जाती हैं।
- काली मिट्टी का काला रंग लोहे की अधिक मात्रा के कारण होता है।
- काली मिट्टी में जल धारण करने की क्षमता सर्वाधिक होती है।
- मध्यप्रदेश में काली मिट्टी सर्वाधिक 47% क्षेत्र में पाई जाती है।
- काली मिट्टी में लोहे की मात्रा सर्वाधिक होती है।
- काली मिट्टी में चुने की मात्रा भी सर्वाधिक होती है।
- काली मिट्टी में पोटाश की मात्रा भी सर्वाधिक होती है।
- काली मिट्टी को रेगर मिट्टी भी कहते हैं।
- मध्य प्रदेश में सर्वाधिक भाग में काली मिट्टी सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है ।
- मध्य प्रदेश में काली मिटटी का सर्वाधिक क्षेत्र मालवा का पठार,नर्मदा घाटी क्षेत्र,सोन घाटी क्षेत्र और सतपुड़ा क्षेत्र है।
- काली मिट्टी सर्वाधिक उपजाऊ मिट्टी होती है।
काली मिट्टी का वर्गीकरण या प्रकार
मध्य प्रदेश की मिट्टी 'काली मिट्टी' को रंग एवं मोटाई के आधार पर तीन वर्गों में या भागों में बांटा गया है-:
- गहरी काली मिट्टी
- साधारण गहरी काली मिट्टी
- छिछली काली मिट्टी
गहरी काली मिट्टी
गहरी काली मिट्टी :- मध्य प्रदेश में गहरी काली मिट्टी 3.5 % भाग में पाई जाती है।मध्य प्रदेश में गहरी काली मिट्टी का सर्वाधिक क्षेत्र नर्मदा घाटी क्षेत्र,सोन घाटी क्षेत्र ,सतपुड़ा का क्षेत्र और दक्षिणी मालवा पठार का क्षेत्र आता है। गहरी काली मिट्टी की विशेषता निम्नलिखित है
- गहरी काली मिट्टी में नाइट्रोजन फास्फेट की कमी होती है।
- गहरी काली मिट्टी में चिकनी मिट्टी की मात्रा 20% से 60% तक की होती है।
- गहरी काली मिट्टी की गहराई 1 से 2 मीटर तक की होती है।
- यह मिट्टी गेहूं चने तिलहन ज्वार की फसलों उत्पादन के लिए उपयोगी होती है।
साधारण गहरी काली मिट्टी
साधारण गहरी काली मिट्टी :- मध्य प्रदेश में साधारण गहरी काली मिट्टी को मध्यम गहरी काली मिट्टी भी कहते हैं। मध्य प्रदेश में साधारण गहरी काली मिट्टी सर्वाधिक 37% मात्रा में पाई जाती है।इस मिटटी का सर्वाधिक क्षेत्र मध्य प्रदेश में उत्तरी मालवा पठार का क्षेत्र,निमाड़ का क्षेत्र और नर्मदा घाटी क्षेत्र है।यह मिट्टी 182 लाख हेक्टेयर भाग में पाई जाती है।साधारण गहरी काली मिट्टी की विशेषता निम्नलिखित हैं
- मध्य प्रदेश का सर्वाधिक भागे सी मिट्टी के अंतर्गत आता है।
- मध्य प्रदेश में 416 एकड़ या हेक्टेयर क भू भाग पर साधारण काली मिट्टी पाई जाती है।
- साधारण गहरी काली मिट्टी की गहराई 15 सेंटीमीटर से 1 मीटर तक की होती है।
- इस मिट्टी का रंग भूरा एवं हल्का काला होता है।
छिछली काली मिट्टी
छिछली काली मिट्टी :- मध्यप्रदेश में छिछली काली मिट्टी 6.9% या 7% भाग में पाई जाती है।मध्य प्रदेश के निम्न जिलों के क्षेत्रों में जैसे छिंदवाड़ा,सिवनी,बैतूल,सीधी में मुख्य रूप में पाई जाती है।छिछली काली मिट्टी मध्य प्रदेश के सतपुड़ा क्षेत्र में पाई जाती है। छिछली काली मिट्टी की विशेषता निम्नलिखित है
- यह मिट्टी चिकनी दोमट मिट्टी है।
- सतपुड़ा के सर्वाधिक क्षेत्र के भू-भाग पर छिछली काली मिट्टी पाई जाती है।
- छिछली काली मिट्टी में रबी एवं खरीफ दोनों ही प्रकार की फसलों का उत्पादन होता है,जैसे गेहूँ, जवार,कपास,तिलहन,दाल।
- छिछली काली मिट्टी का PH मान 7.5 से 8.5 तक का होता है।
लाल और पीली मिट्टी
लाल और पीली मिट्टी मध्य प्रदेश में दूसरी सर्वाधिक मात्रा में पाई जाने वाली मिट्टी है।मध्य प्रदेश का संपूर्ण पूर्वी भाग बघेलखंड क्षेत्र में स्थित है, जहां सर्वाधिक मात्रा में लाल और पीली मिट्टी पाई जाती है।यह मिट्टी बुंदेलखंड एवं बघेलखंड में सर्वाधिक रूप में पाई जाती है।लाल और पीली मिट्टी प्रमुख रूप से मध्य प्रदेश के मंडला,डिंडोरी,बालाघाट,अनूपपुर उमरिया, सीधी, सिंगरौली,शहडोल जिलों में पाई जाती है। लाल और पीली मिट्टी का निर्माण गोंडवाना काल की चट्टानों के द्वारा हुआ है।यह मिट्टी कम उपजाऊ होती है। लाल और पीली मिट्टी मध्य प्रदेश में 33% भाग में पाई जाती है।लाल और पीली मिट्टी की विशेषता निम्नलिखित है
- लाल और पीली मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी होती है।
- इस मिट्टी में हयूमस की कमी होती है।
- इस मिट्टी में चुने की मात्रा अधिक होती है।
- लाल और पीली मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 8.5 तक का होता है।
- लाल और पीली मिट्टी धान की फसलों के लिए उपजाऊ होती है ।
- लाल और पीली मिट्टी में फेरिक ऑक्साइड के जलयोजन के कारण इस मिट्टी का रंग पीला होता है और लोहे के ऑक्सीकरण के कारण इस मिट्टी का रंग लाल होता है।
- लाल और पीली मिट्टी में नाइट्रोजन एवं हयूमस की कमी होती है।
- लाल और पीली मिट्टी की प्रकृति में लाल रंग ऊपरी परत पर होता है और पीला रंग निचली सतह की परत पर होता है। लाल और पीली मिट्टी में लोहा,एलुमिनियम और चूना अधिक मात्रा में पाया जाता है।
- मध्य प्रदेश का संपूर्ण पूर्वी भाग का क्षेत्र जो बघेलखंड का क्षेत्र है,उसमे लाल मिट्टी सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है।
जालोढ मिट्टी
मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली जालोढ मिट्टी को काप मिट्टी भी कहते हैं।मध्य प्रदेश में जालोढ मिट्टी उत्तर पश्चिमी जिलों में जैसे भिंड मुरैना शिवपुर शिवपुरी ग्वालियर में 7.57% भू भाग पर पाई जाती है।जालोढ मिट्टी का निर्माण चंबल नदी के निक्षेपो एवं बुंदेलखंड की नीस से हुआ है।जालोढ मिट्टी क्षारिय प्रकृति की होती है।जालोढ मिट्टी में नाइट्रोजन और फास्फेट की कमी होती है।जालोढ मिट्टी को एल्युवाइल मिट्टी या दोमट मिट्टी भी कहते हैं।इस मिट्टी में बालू सिल्ट और मृतिका (clay) का अनुपात 50:19.6:29.4 होता है।जालोढ मिट्टी में बालू की अधिक मात्रा में पाई जाती है,जिसके कारण इस मिट्टी में अपरदन ज्यादा होता है।जालोढ मिट्टी की विशेषता निम्नलिखित है
- मध्य प्रदेश मैं जालोढ मिट्टी उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों में सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है।
- जालोढ मिट्टी सर्वाधिक उपजाऊ मिट्टी होती है।
- जालोढ मिट्टी में जैव पदार्थों या तत्वों की कमी होती है।जालोढ मिट्टी में फास्फोरस की कमी होती है।
- जालोढ मिट्टी में चूना और पोटाश समुचित मात्रा में पाया जाता है।
- जालोढ मिट्टी की उर्वरता क्षमता अधिक होती है।
- जालोढ मिट्टी की उर्वरता क्षमता अधिक होने के कारण इस मिट्टी में गेहूं कपास गन्ना की फसलों का उत्पादन सर्वाधिक मात्रा में होता है।
- जालोढ मिट्टी मध्य प्रदेश के भिंड मुरैना शिवपुरी एवं ग्वालियर जिलों में सर्वाधिक मात्रा में पाई जाती है।
- जालोढ मिट्टी का निर्माण नदियों द्वारा बहाकर लाई गई कछारों से होता है।
- जालोढ मिट्टी की प्रकृति उदासीन होती है।
- जलोढ़ मिट्टी मध्य प्रदेश की सर्वाधिक उपजाऊ मिट्टी है ।
- जलोढ़ मिट्टी निम्न पदार्थों से मिलकर बनी होती है जिसमें सिल्ट एवं मृत्तिका के महीन कण तथा बालू तथा बजरी के बड़े बड़े कण भी होते हैं।
- जलोढ़ मिट्टी का निर्माण नदियों द्वारा बहाकर लाई गई कछारो से होता है ।
- जलोढ़ मिट्टी मध्यप्रदेश के 3% प्रतिशत भाग में पाई जाती है!
- इसमें मिट्टी की प्रकृति उदासीन होती है
- जलोढ़ मिट्टी गेहूं ,गन्ना, सरसों आदि फसलों के उत्पादन के लिए उपयुक्त होती है।
- जलोढ़ मिट्टी मध्य प्रदेश के मुरैना, ग्वालियर, एवं शिवपुरी क्षेत्र में पाई जाती है ।
- मध्य प्रदेश मे जलोढ मिट्टी मुख्य रूप से तीन प्रकार की पायी जाती है
- 1. बांगर मिट्टी
- 2.पुरानी जलोढ़ मिट्टी
- 3.भावर जलोढ़ मिट्टी
कछारी मिट्टी
नदियों द्वारा अपने बहाव क्षेत्र में बहाकर लाई गई या बिछाई गई मिट्टी को कछारी मिट्टी कहते हैं।चंबल नदी एवं उसकी सहायक नदियों के द्वारा बहाव क्षेत्रों में कछारी मिट्टी का विस्तार मुख्य रूप से ग्वालियर, भिंड,मुरैना जिलों के अंतर्गत आता है। मध्यप्रदेश की कछारी मिट्टी में गन्ना गेहूं कपास तिलहन की फसलों का उत्पादन होता है। कछारी मिट्टी की विशेषता निम्नलिखित हैं
- बाढ़ के दौरान नदियों द्वारा क्षेत्र में बिछाई गई या बहाकर लाई गई मिट्टी कछारी मिट्टी कहलाती है !
- यह मिट्टी गेहूं कपास गन्ना की फसलों के उत्पादन के लिए के लिए उपयुक्त होती है !
- कछारी मिट्टी मध्यप्रदेश में भिंड, मुरैना, ग्वालियर, श्योपुरजिलों के कुछ भागों में पाई जाती है
- नदियों में आई बाढ़ के परिणाम स्वरूप नदियां अपने मार्ग में उपजाऊ मिट्टी बिछा देती है या बहाकर क्षेत्र में बिछा देती है ,
- कछारी मिट्टी मुख्य रूप से मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग जिसमें भिंड मुरैना ग्वालियर जिले आते हैं वहां पर प्रमुखता से पाई जाती है।
मिश्रित मिट्टी
मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली मिश्रित मिट्टी मुख्यता लाल मिट्टी और काली मिट्टी का मिश्रण होता है।मिश्रित मिट्टी में फास्फेट की कमी होती है।मिश्रित मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी होती है।मिश्रित मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों की कमी होती है। मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली मिश्रित मिट्टी में मोटे अनाज जैसे ज्वार बाजरा की फसलों का उत्पादन होता है।मिश्रित मिट्टी मध्य प्रदेश के मध्य दक्षिण जिलों में पाई जाती है। मध्य प्रदेश की मिश्रित मिट्टी 81लाख हेक्टेयर के क्षेत्र में पाई जाती है।मिश्रित मिट्टी प्रमुख रूप से बुंदेलखंड क्षेत्र में पाई जाती है।मिश्रित मिट्टी की उर्वरता क्षमता या शक्ति कम होती है। मिश्रित मिट्टी की विशेषता
- मिश्रित मिट्टी में काली मिट्टी, लाल मिट्टी और पीली मिट्टी का मिश्रण पाया जाता है।
- मिश्रित मिट्टी मुख्य मुख्य रूप से बुंदेलखंड क्षेत्र में पाई जाती है ।
- मिश्रित मिट्टी में मोटे अनाज का उत्पादन होता है।
- मिश्रित मिट्टी में नाइट्रोजन फॉस्फोरस और कार्बनिक पदार्थ की कमी होती है !
- मिश्रित मिट्टी को डोरसा मिट्टी के नाम से भी जाना जाता है ।
- यह मिट्टी मध्यप्रदेश में मुख्यतः रीवा पन्ना के पठार तथा पूर्वी क्षेत्र बुंदेलखंड का पठार भी इसके अंतर्गत आता है ,इस मिट्टी में लाल पीली काली आदि मृदाओं का मिश्रण पाया जाता है।, मिश्रित मिट्टी मोटे अनाज के उत्पादन लिए बहुत उपयोमी होती है ।
- मिश्रित मिट्टी में नाइट्रोजन फास्फोरस एवं कार्बनिक पदार्थों की कमी पाई जाती है।
मध्य प्रदेश की मिट्टी - मिट्टियों का प्रतिशत
मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली विभिन्न मिट्टी - मिट्टियों का प्रतिशत उनके क्षेत्र में उपलब्धता के आधार पर निम्न अनुसार है:-
मध्य प्रदेश की मिट्टी - मिट्टियों का क्षेत्र
मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली विभिन्न मिट्टियो के क्षेत्र निम्नलिखित हैं
मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियां-मिट्टियाँ - मिट्टियों के मुख्य घटक
मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियां-मिट्टियाँ - मिट्टियों में पाए जाने वाले प्रमुख एवं मुख्य घटक निम्नानुसार है
मध्य प्रदेश की मिट्टी - मिट्टियों की प्रकृति
मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली विभिन्न मिट्टी या मिट्टियों की प्रकृति निम्नानुसार है:-
मध्य प्रदेश की मिट्टी या मिट्टियों से संबंधित जिले
मध्यप्रदेश में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की मिट्टियों की उपलब्धता से संबंधित जिले निम्नलिखित है:-
मध्य प्रदेश की मिट्टी या मिट्टियों की प्रमुख या मुख्य फसलें
मध्य प्रदेश की विभिन्न मिट्टियों में उत्पादन होने वाली प्रमुख एवं मुख्य फसलें निम्नानुसार हैं
मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ(Soils Of Madhya Pradesh) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न.MCQ, बहुविकल्पीय प्रश्न,वस्तुनिष्ठ प्रश्न,प्रश्नोत्तरी,प्रश्न उत्तर,(SOIL OF MP) GK QUESTION
Q-1.मध्य प्रदेश में कितने प्रकार की मिट्टी-मिट्टियां पाई जाती हैं?
ANS-पांच प्रकार
Q-2.मध्यप्रदेश में सर्वाधिक कौन सी मिट्टी पाई जाती है
काली मिट्टी?
ANS- काली मिट्टी के क्षेत्र में सर्वाधिक क्षेत्र किस मिट्टी का है
साधारण गहरी काली मिट्टी
Q-3.काली मिट्टी की प्रकृति कैसी होती है?
ANS-क्षारीय प्रकृति
Q-4.मध्यप्रदेश में काली मिट्टी के क्षेत्र का बाहुल्य कहां है?
ANS- मालवा का पठार
Q-5.काली मिट्टी का काला रंग किस कारण से होता है?
ANS- लोहे की अधिकता के कारण
Q-6.लाल पीली मिट्टी के रंग में पीला रंग के लिए उत्तरदाई होता है?
ANS-फेरिक ऑक्साइड
Q-7.लाल पीली मिट्टी मध्यप्रदेश के किस पठार में पाई जाती है?
ANS- बघेलखंड (बघेलखण्ड) पठार में
Q-8.निम्न में से कौन सी मिट्टी सर्वाधिक उपजाऊ है?
1.काली मिट्टी
2.कछारी मिट्टी
3.जालोढ मिट्टी
4.उपरोक्त में से कोई नहीं
ANS- जालोढ मिट्टी
Q-9.निम्न में से किस मिट्टी की प्रकृति उदासीन होती है?
1.जालोढ मिट्टी
2.काली मिट्टी
3.कछारी मिट्टी
4.दोमट मिट्टी
ANS" जालोढ मिट्टी
Q-10.मध्यप्रदेश में मिश्रित मिट्टी का मुख्य क्षेत्र कौन सा है? ANS- बुंदेलखंड (बुंदेलखण्ड) का क्षेत्र
Q-11.निम्नलिखित में से किस किन/जिलों में लाल और पीली मिट्टी पाई जाती है?
1.मंडला
2.बालाघाट
3.शहडोल
4.उमरिया
ANS- लाल और पीली मिट्टी मंडला बालाघाट शहडोल उमरिया इन चारों जिलों में पाई जाती है
Q-12. कछारी मिट्टी का निर्माण किसके द्वारा होता है?
1.भूकंप से
2.ज्वालामुखी उद्गार से
3.बाढ़ द्वारा
4.इनमें से कोई नहीं
ANS- बाढ़ द्वारा
Q-13.कछारी मिट्टी का मुख्य क्षेत्र कौन सा है ?
1.उत्तरी मध्य प्रदेश
2.पूर्वी मध्य प्रदेश
3.दक्षिणी मध्य प्रदेश
4.पश्चिमी मध्य प्रदेश
ANS- उत्तरी मध्य प्रदेश
Q-14.मध्यप्रदेश में गहरी काली मिट्टी का क्षेत्रफल कितना है 1.लगभग 3.5 लाक एकड़
2.लगभग 400 लाख एकड़
3.लगभग 57 लाख एकड़
4.उपरोक्त में से कोई नहीं
ANS- लगभग 3.5 लाक एकड़
Q-15.मध्यप्रदेश में साधारण काली मिट्टी का क्षेत्रफल कितना है?
ANS- लगभग 400 लाख एकड़
Q-16.मध्यप्रदेश में छिछली काली मिट्टी का क्षेत्रफल कितना है?
ANS- लगभग 57 लाख एकड़
Q-17.मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश में छिछली काली मिट्टी कितने प्रतिशत भाग में पाई जाती हैं ?
ANS- 7.1%
Q-18.मिट्टी के अपक्षरण को किस नाम से भी जाना जाता है?
ANS-रेंगती हुई मृत्यु के नाम से जाना जाता है
Q.19. मध्यप्रदेश के बालाघाट में किस प्रकार की मृदा पाई जाती है?
Ans- बरडी प्रकार की मिट्टी पाई जाती है।
Q-20. मध्य प्रदेश में कितने प्रकार की मिट्टी पाई जाती है?
Ans- 5 प्रकार की मिट्टियां पाई जाती है
1. काली मिट्टी
2. लाल पीली मिट्टी
3. जलोढ़ मिट्टी
4. कछारी मिट्टी और
5. मिश्रित मिट्टी
Q-21. किस मिट्टी में जल धारण करने की क्षमता सर्वाधिक होती है
ANS- काली मिट्टी
Q-22. मध्य प्रदेश के भूभाग में सर्वाधिक कौन सी मिट्टी पाई जाती है
ANS- काली मिट्टी
Q-23. सर्वाधिक उपजाऊ मिट्टी कौन सी मिट्टी है
ANS- जलोढ़ मिट्टी
Q-24. जलोढ़ मिट्टी की प्रकृति कैसी होती है
ANS-उदासीन
Q-25. रेगड़ मिट्टी को कहा जाता है
ANS- काली मिट्टी
Q-26-. चलका और डोरसा किस प्रकार की मिट्टी को कहा जाता है?
ANS-– लाल पीली मिट्टी
Q-27-कौन सी मिट्टी कपास के लिए उपयुक्त है?
जलोढ़ मिट्टी
काली मिट्टी
कछारी मिट्टी
मिश्रित मिट्टी
ANS-काली मिट्टी
Q-28-कौन सी मिट्टी सर्वाधिक उपजाऊ होती है?
मिश्रित मिट्टी
जलोढ़ मिट्टी
काली मिट्टी
कछारी मिट्टी
ANS- जलोढ़ मिट्टी
Q-29-मध्यप्रदेश में मिश्रित मिट्टी का मुख्य क्षेत्र कौन सा है?
बुंदेलखंड का पठार
सतपुड़ा का पठार
बघेलखंड का पठार
रीवा पन्ना का पठार
ANS-बुंदेलखंड का पठार
Q-30-रेगुर या कपासी मृदा किसे कहते हैं?
जलोढ़ मिट्टी
लेटराइट मिट्टी
काली मिट्टी
लाल मिट्टी
ANS- काली मिट्टी
Q-31-मध्यप्रदेश में सर्वाधिक कौन सी मिट्टी पाई जाती है?
मिश्रित मिट्टी
कछारी मिट्टी
काली मिट्टी
जलोढ़ मिट्टी
ANS-काली मिट्टी
Q-32-कौन सी मृदा मध्यप्रदेश में नहीं मिलती है?0
लाल मृदा
लेटराइट मृदा
शुष्क मृदा
काली मृदा
ANS- शुष्क मृदा
Q-33-कछारी मिट्टी का निर्माण किसके द्वारा होता है?
ज्वालामुखी उद्गार द्वारा
भूकंप द्वारा
बाढ़ द्वारा
इनमें से कोई नहीं
ANS- बाढ़ द्वारा
Q-34-भिंड, मुरैना, ग्वालियर तथा शिवपुरी में कौन सी मिट्टी पाई जाती है?
लाल मिट्टी
काली मिट्टी
लेटराइट मिट्टी
जलोढ़ मिट्टी
ANS- जलोढ़ मिट्टी
Q-35-मध्यप्रदेश में काली मिट्टी किस क्षेत्र में पाई जाती है?
बुंदेलखंड का पठार
मालवा का पठार
नर्मदा घाटी
बघेलखंड का पठार
ANS- मालवा का पठार
Q-36-मध्य प्रदेश का कौन सा भाग काली मिट्टी का क्षेत्र है?
पश्चिमी क्षेत्र
उत्तरी क्षेत्र
दक्षिणी क्षेत्र
पूर्वी क्षेत्र
ANS-पश्चिमी क्षेत्र
Q-37-लाल पीली मिट्टी मध्यप्रदेश के किस पठार में पाई जाती है
नर्मदा सोन घाटी
बघेलखंड का पठार
मालवा का पठार
बुंदेलखंड का पठार
ANS- बघेलखंड का पठार
Q-38-काली मिट्टी की प्रकृति कैसी होती है?
क्षारीय
कोई प्रकृति नहीं होती
उदासीन
अम्लीय
ANS- क्षारीय
Q-39-किस मिट्टी का प्रकृति उदासीन होता है?
काली मिट्टी
कछारी मिट्टी
दोमट मिट्टी
जलोढ़ मिट्टी
ANS- जलोढ़ मिट्टी
Q-40--. भारतीय भूमि एवं मृदा सर्वेक्षण विभाग ने मध्य प्रदेश की मिट्टी को कितने भागों में वर्गीकृत किया है?
A. 5
B. 6
C. 7
D. 8
ANS- 5
Q-41-. म. प्र. में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली मिट्टी कौनसी है?
A. काली मिट्टी
B. लाल मिट्टी
C. लैटराइट मिट्टी
D. जलोढ़ मिट्टी
ANS- काली मिट्टी
Q-42. काली मिट्टी का pH मान क्या है?
A. 0.3 – 0.4
B. 3.3 – 3.4
C. 6.3 – 6.4
D. 9.3 – 9.4
ANS-6.3 – 6.4
Q-43. काली मिट्टी मध्य प्रदेश में कितने प्रतिशत है?
A. 47%
B. 58%
C. 68%
D. 78%
ANS- 47%
Q-44. काली मिट्टी का काला रंग होने का क्या कारण है?
A. ताम्बे अधिकता
B. लौहे की अधिकता
C. जस्ता की अधिकता
D. इनमे से कोई नहीं
ANS- लौहे की अधिकता
Q-45. काली मिट्टी किस चट्टान निकलती है, जोकि लावा मिट्टी है?
A. आग्नेय चट्टान
B. रूपांतरित
C. अवसादी
D. इनमे से कोई नहीं
ANS- आग्नेय चट्टान
Q-46. काली मिट्टी किस की खेती लिए बेहतर है?
A. कपास
B. दाल
C. गेहूं
D. चावल
ANS-कपास
Must Read & Solve : मध्यप्रदेश की मिट्टियां | MCQ | MP GK QUESTION
निष्कर्ष
आज हमने इस पोस्ट में जिसका शीर्षक मध्य प्रदेश की मिट्टियाँ | Soils Of Madhya Pradesh के अंतर्गत (Soil Of MP)मध्य प्रदेश में प्रमुख रूप से पाई जाने वाली विभिन्न मिट्टियों की निम्नलिखित महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की है
- मध्य प्रदेश मैं प्रमुख रूप से पांच प्रकार की मिट्टी पाई जाती है जैसे:- 1. काली मिट्टी,2. लाल और पीली मिट्टी,3. जलोढ़ मिट्टी,4. कछारी मिट्टी,5. मिश्रित मिट्टी.
- मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों की प्रकृति की जानकारी प्राप्त की।
- मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों की विशेषता की जानकारी प्राप्त की।
- मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों के प्रमुख और मुख्य घटकों की जानकारी प्राप्त की।
- मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों का प्रतिशत कितना है, इसकी जानकारी प्राप्त की।
- मध्य प्रदेश की मिट्टी-मिट्टियों में कौन-कौन सी फसलों का उत्पादन होता है की जानकारी प्राप्त की।
- मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली विभिन्न मिट्टी-मिट्टियों के क्षेत्र से संबंधित जानकारी प्राप्त की।
- मध्यप्रदेश के कौन-कौन से जिलों में विभिन्न प्रकार की मिट्टी-मिट्टियों पाई जाती हैं की जानकारी प्राप्त की।
- मध्य प्रदेश की मिट्टियां-मिट्टियाँ-मिट्टी-मिट्टियों(Soils Of Madhya Pradesh) से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न.MCQ, बहुविकल्पीय प्रश्न,वस्तुनिष्ठ प्रश्न,प्रश्नोत्तरी,प्रश्न उत्तर,(SOIL OF MP) GK QUESTION की जानकारी प्राप्त की।