मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियां | part 2
मध्यप्रदेश की नदियाँ (मध्य प्रदेश की नदियाँ) या मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ (मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां) :- आज मेरे द्वारा इस आर्टिकल के माध्यम से आपको " मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां " Topic के अंतर्गत मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियों जैसे बेतवा नदी,क्षिप्रा नदी,तवा नदी,और कालीसिंध नदी के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करा रहा हूं।जैसा कि आप सब को ज्ञात है कि मध्य प्रदेश राज्य भारत देश का एक ऐसा राज्य है जहां सर्वाधिक नदियां बहती हैं इसीलिए मध्य प्रदेश राज्य को नदियों का मायका कहा जाता है।
मध्य प्रदेश राज्य में कुल मिलाकर 207 नदियां बहती हैं किसी भी देश की या राज्य की जीवन रेखा नदिया होती हैं विश्व में सबसे ज्यादा नदियां भारत देश में ही बहती हैं मध्यप्रदेश में अधिकतर बहने वाली सभी नदियां प्रायद्वीपीय नदियां कहलाती हैं। मध्य प्रदेश राज्य की प्रमुख नदियां हैं बेतवा नदी, क्षिप्रा नदी, तवा नदी, और कालीसिंध नदी है।आज हम इस आर्टिकल में मध्यप्रदेश की नदियां (मध्य प्रदेश की नदियां) (Rivers Of MP) जेसे बेतवा नदी, क्षिप्रा नदी, तवा नदी, और कालीसिंध नदी के महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे।
"मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां " के टॉपिक पर प्रतिवर्ष प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं । इसलिए "मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियों" के टॉपिक के अंतर्गत बेतवा नदी, क्षिप्रा नदी,तवा नदी,कालीसिंध नदी की संपूर्ण,महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी उपलब्ध करा रहा हूं।यह जानकारी Mppsc Pre/Prelims Exam के लिए महत्वपूर्ण एवं उपयोगी तो है लेकिन अन्य (Entrance Exam) प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण और उपयोगी है जैसे- SSC .UPSC .MP POLICE /SI. MP PATWARI EXAM .MP FOREST EXAM BANK EXAM. RAILWAY EXAM etc.यह सामान्य ज्ञान (General Knowledge)की जानकारी आपके लिए उपयोगी एवं महत्वपूर्ण साबित
1. मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी बेटवा नदी
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "बेतवा नदी" का उद्गम स्थान कुमरा गांव या कुम्हारागाँव रायसेन है ।बेतवा नदी मध्य प्रदेश में रायसेन ज़िले के कुम्हारागाँव या कुमरा गांव से निकलकर उत्तर-पूर्वी दिशा में बहती हुई भोपाल, विदिशा, झाँसी, ललितपुर आदि ज़िलों से होकर बहती है।बीना नदी इसकी एक प्रमुख उपनदी है।गुना अशोकनगर जिलों को सम विभाजित करती हुई मिलती है ।बीना नदी सागर जिले की सीमा के पास एक ऊंचा खड़ा जलप्रपात भालकुंड प्रपात 38 मीटर की ऊंचाई का बनाती है।
- बेतवा नदी अपने उदगम स्थल से हमीरपुर (उत्तर प्रदेश )तक 480 किमी की यात्रा पूरी करती है।
- बेतवा नदी विन्ध्य पर्वत माला झिरी से रायसेन, विदिशा, सागर, अशोकनगर, टीकमगढ़, ग्वालियर, उप्र के झांसी, औरेया, जालौन से हमीरपुर में यमुना में मिलती है।
- बेतवा नदी पश्चिम भारत की सबसे लंबी नदी है
- बेतवा नदी को वेत्रवती के नाम से भी जाना जाता है
- विदिशा और सांची जैसे प्रसिद्ध बौद्ध स्थल बेतवा नदी के तट पर स्थित है
- बेतवा नदीपूर्वी मालवा के अधिकांश जल को लेकर उत्तर पूर्व दिशा में भोपाल टीकमगढ़ मध्य प्रदेश तथा झांसी व जालौन उत्तर प्रदेश आदि जिलों में बहती है।
- बेतवा नदी को मध्यप्रदेश की गंगा भी कहते हैं बेतवा नदी को मध्यप्रदेश की गंगा इसलिए कहते हैं क्योंकि प्रदूषण ता के समान स्तर के कारण ।
- बेतवा केन लिंक प्रोजेक्ट भारत में पहला नदी जोड़ो प्रोजेक्ट है ।
- बेतवा नदी यमुना नदी की सहायक नदी है ।
- बेतवा नदी पर माताटीला बांध का निर्माण किया गया है।
- बेतवा नदी के तट पर कंचन घाट है।
बेतवा नदी का उद्गम स्थान
"बेतवा नदी" का उद्गम स्थान कुमरा गांव या कुम्हारागाँव रायसेन मध्य प्रदेश है ।
बेतवा नदी की सहायक नदियां
"बेतवा नदी" की 2 सहायक नदियां हैं ।
- बीना नदी और धंसान नदी दाहिनी ओर से ,
- जबकि सिंधु नदी बाईं और से।
बेतवा नदी की लंबाई
"बेतवा नदी" की कुल लंबाई 480 किलोमीटर है
बेतवा नदी भारत के कितने राज्यों से होकर गुजरती है
"बेतवा नदी" भारत के निम्न राज्यों से होकर गुजरती है
- मध्य प्रदेश,
- उत्तर प्रदेश,
बेतवा नदी पर बने हुए बांध
राजघाट बांध (ललितपुर उत्तर प्रदेश), माताटीला बांध, सुकमा दुकमा बांध, पारीछा बांध, धुरवारा बांध। यह बांध बहुत प्रसिद्ध है।मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी "बेतवा नदी" पर राजघाट बांध बना है। यह भारतीय राज्यों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की एक अंतर-राज्य परियोजना है।बेतवा नदी पर बनी परियोजना है माताटीला बांध (महरानी लक्ष्मी बाई सागर), भाण्डेर नहर (दतिया, ग्वालियर, भिंड) एवं हलाली डेम या नहर है (रायसेन एवं विदिशा)।वर्ष 2021 में केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना को लेकर जल शक्ति मंत्रालय, मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एक समझौता संधि ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किये। बेतवा नदी पर बने हुए अन्य बांध निम्नलिखित हैं
- कबराई बाँध-
- केवलरी बाँध-
- मझगवाँ बाँध
- मौदाहा बाँध
- अर्जुन बाँध
- पहारी बाँध
- सपरार बाँध
- लाचुरा बैराज
- सिआओरी झील
- बरुआसागर
- रोहिणी बाँध
- जामिनी बाँध
- सहजाद बाँध
- संजाम बाँध
- गोविन्द सागर बाँध
बेतवा नदी का मुहाना
"बेतवा नदी" का समागम या मुहाना हमीरपुर(उत्तर प्रदेश ) में यमुना में मिलती है।बेतवा नदी विन्ध्य पर्वत माला झिरी से रायसेन, विदिशा, सागर, अशोकनगर, टीकमगढ़, ग्वालियर, उप्र के झांसी, औरेया, जालौन से हमीरपुर में यमुना में मिलती है।
2 . मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी
शिप्रा नदी को क्षिप्रा नदी के नाम से भी जाना जाता है। क्षिप्रा नदी को मालवा की गंगा भी कहते है।मध्य प्रदेश राज्य में बहने वाली एक प्रमुख नदी है,क्षिप्रा नदी/ शिप्रा नदी एक पवित्र नदी है। मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी "क्षिप्रा नदी" के किनारे उज्जैन में कुम्भ का मेला लगता है।क्षिप्रा नदी/ शिप्रा नदी के किनारे हर बारह वर्ष में कुंभ का मेला आयोजित किया जाता है।जिसे हम सिंहस्थ या सिंहस्थ का मेला भी कहते है | क्षिप्रा नदी/ शिप्रा नदी के तट पर बारह ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर (ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वरम् ) उज्जैन में स्थित है |
क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी के अन्य नाम
"क्षिप्रा नदी" / शिप्रा नदी के अन्य नाम निम्नलिखित हैं
- क्षिप्रा,
- सपराजी,
- करधनी,
- मालवा की गंगा,
- ज्वरघ्नी,
- ब्रह्मा समुद्भवा,
- पापघ्नी,
- अम्रतोद्भवा,
क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी का उद्गम स्थान
"क्षिप्रा नदी" / शिप्रा नदी का उद्गम स्थान ककड़ी बर्ड़ी (बड़ली ) हैं।क्षिप्रा नदी/ शिप्रा नदी इंदौर के उज्जैनी मुंडला गांव की ककड़ी बर्ड़ी (बड़ली ) नामक स्थान से निकलती है।
क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी की लंबाई
"क्षिप्रा नदी" / शिप्रा नदी की लंबाई 196 किलोमीटर है।
क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी की सहायक नदी
"क्षिप्रा नदी" / शिप्रा नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ
- खान नदी,
- गंभीर नदी,
- गांगी नदी,
- लूनी नदी,
- ऐन नदी ,
क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी निम्न जिलों में बहती है
"क्षिप्रा नदी" / शिप्रा नदी मध्य प्रदेश के निम्न जिलों में बहती है ।
- उज्जैन जिला
- इंदौर जिला
- देवास जिला
- मंदसौर जिला
क्षिप्रा नदी / शिप्रा नदी का मुहाना
"क्षिप्रा नदी" / शिप्रा नदी का मुहाना या समागम चंबल नदी में होता है।अन्य शब्दों में शिप्रा नदी चंबल नदी में मिल जाती है या गिरती है ।
7 . मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी तवा नदी
तवा नदी भारत के मध्य प्रदेश राज्य की एक प्रमुख नदी हैं । "तवा नदी " का उदगम स्थान मध्यप्रदेश के होशंगाबाद (वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम) जिले के पंचमढ़ी के महादेव पर्वत श्रंखला की कालीभीत पहाड़ियों से हुआ है।तवा नदी मध्य प्रदेश के पचमढ़ी के महादेव पर्वत से निकलकर हंडिया, होशंगाबाद -( वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम )जिले में नर्मदा नदी में मिल जाती है ।
- मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी "तवा नदी " पर तवा परियोजना बनाई गई है।
- तवा नदी से अनेक नहरें सिंचाई हेतु निकाली गई हैं।
- तवा बांध (होशंगाबाद - वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम ) मध्यप्रदेश राज्य का सबसे लंबा बांध है।
- नर्मदा - तवा संगम पर मंधार जलप्रपात है।
- मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी "तवा नदी ", नर्मदा नदी की सबसे लम्बी सहायक नदी है।
- होशंगाबाद (वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम ) के पास बांद्राभान में नर्मदा से मिल जाती है।
- तवा नदी पर मध्यप्रदेश राज्य का सबसे बड़ा सड़क पुल है।
तवा नदी का उद्गम स्थान
"तवा नदी " का उदगम स्थान मध्य प्रदेश के होशंगाबाद
(वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम)जिले के पंचमढ़ी के महादेव पर्वत श्रंखला की कालीभीत पहाड़ियों से हुआ है।
तवा नदी की कुल लंबाई
"तवा नदी " की लंबाई 172 किलोमीटर है।
तवा नदी की सहायक नदियां
"तवा नदी " की सहायक नदियां निम्नलिखित है।
- मालिनी नदी
- सबतवा नदी
- देनवा नदी
तवा नदी कौन-कौन से जिले में बहती है
"तवा नदी " मध्य प्रदेश राज्य के निम्नलिखित जिलों में बहती है।
- होशंगाबाद
- छिंदवाड़ा
- बैतूल
तवा नदी के किनारे स्थित प्रमुख शहर या नगर
"तवा नदी " के किनारे स्थित प्रमुख शहर या नगर निम्नानुसार है
- तवानगर
- पचमढ़ी
तवा परियोजना या बांध
तवा परियोजना भारत की एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना है। इसके अन्तर्गत नर्मदा की सहायक तवा नदी पर तवा बांध का का निर्माण वर्ष 1978 में किया गया था। तवा बांध तवा नदी और देनवा नदी के संगम पर बना हुआ है। तवा बांध मध्यप्रदेश के होशंगाबाद (वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम ) जिले में स्थित है। यह बांध 58 मीटर ऊँचा एवं 1815 मीटर लम्बा है । बांध की अधिकतम ऊँचाई नींव की गहनतम सतह से 58 मीटर है ।मध्य भारत से होकर बहने वाली तवा नदी नर्मदा नदी की सबसे लंबी सहायक नदी है। तवा नदी की लंबाई 172 किमी है। मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी "तवा नदी " मध्य प्रदेश के बैतूल और छिंदवाड़ा जिलों के सतपुड़ा रेंज में उत्पन्न होती है।
तवा नदी का मुहाना या समापन
तवा नदी का मुहाना या समापन मध्य प्रदेश राज्य में होशंगाबाद (वर्तमान नवीन नाम नर्मदापुरम) के पास बांद्राभान में नर्मदा से मिल जाती है।
8 . मध्य प्रदेश के प्रमुख नदी कालीसिंध नदी
मध्य प्रदेश राज्य को नदियों का मायका कहा जाता है। मध्य प्रदेश में अन्य नदियों के उद्गम स्थान की तरह ही कालीसिंध नदी का उद्गम स्थान भी है।मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "कालीसिंध नदी " कालीसिंध नदी भारत के मध्य प्रदेश राज्य और राजस्थान राज्य में बहने वाली एक प्रमुख नदी है।कालीसिंध नदी मध्य प्रदेश राज्य के देवास जिले में बागली के पास विंध्याचल पहाड़ियों से निकलती है।अर्थात मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी"कालीसिंध नदी " का उद्गम स्थान बागली है । बागली में स्थित विंध्याचल पहाड़ियों में कालीसिंध नदी का उद्गम स्थान है । अपने उद्गम स्थान से बहते हुए कालीसिंध नदी चम्बल नदी में मिल जाती है जाती है। कालीसिंध नदी चम्बल की एक सहायक नदी है। कालीसिंध नदी बागली से होते हुए सोनकच्छ के समीप से गुज़रती है। और शाजापुर ज़िले में प्रवेश करती है। यहाँ से यह राजगढ़ ज़िले से बहते हुए, राजस्थान राज्य के झालावाड़ ,कडैयाहाट (बाँरा) कोटा ज़िलों से बहती हुई, नौनेरा (कोटा) नामक स्थान में चम्बल नदी से मिल जाती है। नदी की कुल लम्बाई 278 किलोमीटर है और राजस्थान में डेढ़ सौ किलोमीटर है ।
कालीसिंध नदी की कुल लंबाई
"कालीसिंध नदी " की कुल लम्बाई 278 किलोमीटर है और राजस्थान मे 150 किलोमीटर है ।
कालीसिंध नदी की सहायक नदियां
"कालीसिंध नदी " की सहायक नदियां निम्नलिखित हैं
- आहु नदी,
- परवन नदी,
- निवाज नदी,
- उजाड़ नदी,
- सांगोद नदी,
- लखुन्दर नदी,
कालीसिंध नदी के तट पर या किनारे पर बसे हुए शहर या नगर
"कालीसिंध नदी " के तट पर किनारे पर बसे हुए नगरिया शहर निम्नलिखित हैं
- बागली,
- देवास,
- शाजापुर,
- सारंगपुर,
- राजगढ़,
- सवाई माधोपुर,
- झालावाड,
- कोटा
कालीसिंध कितने जिलों में बहती है
"कालीसिंध नदी " मध्य प्रदेश राज्य एवं राजस्थान राज्य में निम्नलिखित जिलों में बहती है
- देवास जिला,
- शाजापुर जिला,
- राजगढ़ जिला,
- सवाई माधोपुर जिला,
- झालावाड जिला
- कोटा जिला
कालीसिंध नदी कौन-कौन से राज्यों में बहती है
"कालीसिंध नदी " निम्नलिखित राज्यों में बहती है
- मध्यप्रदेश राज्य
- राजस्थान राज्य
कालीसिंध नदी पर बने हुए बांध
"कालीसिंध नदी " पर निम्नलिखित बांध बने हुए हैं।
- कोटा राजस्थान राज्य में हरिश्चन्द्र बांध
- आगर जिले के नलखेड़ा तहसील में कुण्डलिया बांध बना है
कालीसिंध नदी का मुहाना
"कालीसिंध नदी " का मुहाना राजस्थान राज्य में नोनेरा कोटा नामक स्थान में चंबल नदी में मिल जाती है।कालीसिंध नदी बागली से होते हुए सोनकच्छ के समीप से गुज़रती है और शाजापुर ज़िले में प्रवेश करती है। यहाँ से यह राजगढ़ ज़िले से निकलकर, राजस्थान राज्य के झालावाड़ ,कडैयाहाट (बाँरा) कोटा ज़िलों से बहती हुई, नौनेरा (कोटा) नामक स्थान में चम्बल नदी से मिल जाती है।
Conclusion
- कुण्डलिया डैम किस नदी पर बना हुआ है -कालीसिंध नदी
- कालीसिंध नदी किसकी सहायक नदी है - चम्बल नदी
- कालीसिंध नदी का उद्गम स्थल कहाँ पर है - मध्यप्रदेश के देवास जिले में बागली स्थान में है
- देवास जिले के सोनकच्छ में खिवनी राष्ट्रीय अभ्यारण कौन सी नदी पर स्थित है - कालीसिंध नदी
- कालीसिंध नदी का मुहाना राजस्थान राज्य में नोनेरा कोटा नामक स्थान में चंबल नदी में मिल जाती है।
- मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "कालीसिंध नदी " पर निम्नलिखित बांध बने हुए हैं- कोटा राजस्थान राज्य में हरिश्चन्द्र बांध,आगर जिले के नलखेड़ा तहसील में कुण्डलिया बांध बना है।
- मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी "कालीसिंध नदी " निम्नलिखित राज्यों में बहती है -मध्य प्रदेश राज्य. राजस्थान राज्य
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से आज हमने मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियाँ (मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां) (Major River Of Madhya Pradesh) में बेतवा नदी,तवा नदी,शिप्रा नदी कालीसिंध नदी की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जिसके अंतर्गत हमने मध्यप्रदेश की प्रमुख चार नदियों के उद्गम स्थान,नदियों की लंबाई,नदियों पर बने हुए बांध,नदियों पर बसे हुए प्रमुख शहर,नदियों पर बने हुए जलप्रपात,नदियों का मुहाना आदि की जानकारी प्राप्त की हमारे द्वारा तैयार किए गए MP RIVERS NOTES जिसमें मध्यप्रदेश की नदियाँ
(मध्य प्रदेश की नदियाँ) या मध्यप्रदेश की नदियां (मध्य प्रदेश की नदियां) या मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियों (Major Rivers Of Madhya Pradesh) से संबंधित तथ्यों को विस्तारपूर्वक समझाया गया है,अगर आपको हमारे द्वारा तैयार किया गया यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों एवं परिवारों में जरूर शेयर करें धन्यवाद