मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ | part 1
मध्यप्रदेश की नदियाँ(मध्य प्रदेश की नदियाँ) या मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ (मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां) :- आज इस लेख में नर्मदा नदी, चंबल नदी, सोन नदी तथा ताप्ती नदी जो कि मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां है।यह चारों नदियां सबसे बड़ी मध्य प्रदेश की नदियाँ-नदियां हैं।यह चारों नदियाँ प्रायद्वीपीय नदियां कहलाती हैं। इस लेख में नर्मदा नदी,चंबल नदी,सोन नदी और तापी नदी जो की मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां-नदियाँ (Major River-Rivers Of Madhya Pradesh, MP)हैं से संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारी MP RIVERS NOTES के माध्यम से प्रस्तुत कर रहे हैं,जो मध्य प्रदेश के सामान्य ज्ञान(MP GK) के अंतर्गत आता है।
म.प्र राज्य को नदियों का मायका कहा जाता है।म.प्र में कुल 207 नदियां बहती हैं। मध्यप्रदेश की नदियां(मध्य प्रदेश की नदियां) (Rivers Of MP) सभी प्रायद्वीप पठार की नदियां कहलाती हैं।तो आइए मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियों एवं उनके उद्गम स्थल से लेकर मुहाना तक की संपूर्ण जानकारी का अध्ययन करते हैं।
"मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियां " के टॉपिक पर प्रतिवर्ष प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं । इसलिए यह जानकारी Mppsc Pre/Prelims Exam के लिए महत्वपूर्ण एवं उपयोगी तो है लेकिन अन्य (Entrance Exam) प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण और उपयोगी है जैसे- SSC .UPSC .MP POLICE /SI. MP PATWARI EXAM .MP FOREST EXAM BANK EXAM. RAILWAY EXAM etc.यह सामान्य ज्ञान (General Knowledge)की जानकारी आपके लिए उपयोगी एवं महत्वपूर्ण साबित होगी।
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ-नदियां:Major Rivers Of Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ-नदियां :- सामान्यता मध्य प्रदेश में प्रवाहित होने वाली सभी प्रमुख नदियां प्रायद्वीप पठार की नदियां या सरल शब्दों में यह कह सकते हैं कि मध्यप्रदेश की नदियाँ(मध्य प्रदेश की नदियाँ)(Rivers Of MP) या मध्यप्रदेश की नदियां(मध्य प्रदेश की नदियां) सामान्यता प्रायद्वीप नदियां कहलाती हैं मध्यपदेश राज्य में प्रवाहित होने वाली प्रमुख नदियों में नर्मदा, चंबल, सोन तथा ताप्ती नदी प्रमुख हैं।मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ-नदियां (Major River-Rivers in MP) जितनी भी है उनमें नर्मदा नदी का स्थान सबसे प्रमुख है।मध्य प्रदेश राज्य को नदियों का मायका कहा जाता है। मध्य प्रदेश में कुल 207 नदियां बहती हैं। मध्य प्रदेश की नदियाँ-नदियां (Rivers Of MP) सभी प्रायद्वीपीय नदियां कहलाती हैं। आज इस लेख में मध्य प्रदेश राज्य में बहने वाली 4 प्रमुख नदियों की विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे।
1.ताप्ती नदी,
प्रायद्वीपीय पठार के अधिकांश भाग का अपवाह तंत्र बंगाल की खाड़ी की दिशा की ओर ही है।पश्चिम की ओर बहने वाली प्रायद्वीप नदियों में Tapti River ताप्ती नदी (Major Rivers Of Madhya Pradesh)मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियों में से एक है। ताप्ती नदी प्रायद्वीपीय पठार क्षेत्र से पश्चिम की ओर बहने वाली दूसरी प्रमुख नदी है। तापी नदी या ताप्ती नदी इस तंत्र की प्रमुख नदी है।ताप्ती नदी मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी है।ताप्ती नदी का उद्गम स्थान मध्य प्रदेश में मुलताई बैतूल जिले से है ।और ताप्ती नदी महाराष्ट्र में बहती हुई सूरत के निकट खंभात की खाड़ी में गिरती है ।पूर्णा इसकी प्रमुख सहायक नदी है ।ताप्ती नदी की अन्य सहायक नदियों में बेतुल,पटकी,गंजल, गुली,अनेर,सिपरा,कापरा, मोना अरूणावती है।
ताप्ती नदी का उद्गम स्थान मध्य प्रदेश राज्य के बैतूल जिले के मुल्ताई मे है। जो सतपुड़ा श्रेणी में स्थित है।ताप्ती नदी पश्चिमी भारत की प्रसिद्ध नदी है। ताप्ती नदी की लंबाई 725 किलोमीटर है ताप्ती नदी नर्मदा के बाद मध्य प्रदेश की दूसरी नदी है जो पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर बहती है।
- ताप्ती नदी भारत की उन मुख्य नदियों में है जो पूर्व से पश्चिम की तरफ बहती हैं।
- ताप्ती नदी पूर्व से पश्चिम की ओर लगभग 740 किलोमीटर की दूरी तक बहती है और खम्बात की खाड़ी में जाकर मिलती है।
- सूरत बन्दरगाह ताप्ती नदी के मुहाने पर स्थित है।
- ताप्ती नदी की प्रधान सहायक नदी का नाम पूर्णा है।
- ताप्ती नदी को सूर्यपुत्री भी कहा जाता है।
ताप्ती नदी का उद्गम स्थान
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी(Major River Of Madhya Pradesh) "ताप्ती नदी" का उद्गम स्थान मध्य प्रदेश राज्य के बैतूल जिले के मुल्ताई मे है। जो सतपुड़ा श्रेणी में स्थित है।
ताप्ती नदी का अन्य नाम या उपनाम
ताप्ती नदी" का अन्य नाम निम्नलिखित है।
- तापी,
- सूर्य पुत्री,
- सूर्यसुता,
- पयोष्णी,
ताप्ती नदी की सहायक नदियां
ताप्ती नदी की प्रमूख एवम प्रधान सहायक नदी पूर्णा (पूरणा) नदी है।
ताप्ती नदी की प्रधान सहायक नदियां हैं-
- मिन्धोला नदी ,
- गिरना नदी,
- पन्ज़ारा नदी ,
- वाघूर नदी,
- बोरी नदी
- आनेर नदी,
ताप्ती नदी की अन्य सहायक नदियां निम्न है
- अरुणावती नदी,
- गोमती नदी,
- वाकी नदी,
- बुरई नदी,
- पन्ज़ारा नदी,
- कान नदी,
- बोरी नदी,
- नेर नदी,
- गिरना नदी,
- तितूर नदी,
- मौसम नदी,
- वाघूर नदी,
- पूर्णा नदी,
- नलगंगा नदी,
- विश्वगंगा नदी,
- निपणी नदी,
- मान नदी,
- मास नदी,
- उतावली नदी,
- विश्वमित्री नदी,
- निर्गुण नदी,
- गांधारी नदी,
- आस नदी,
- वान नदी,
- मोरना नदी,
- शाहनूर नदी,
- भावखुरी नदी,
- कतेपूर्णा नदी,
- उमा नदी,
- पेन्ढी नदी,
- चंद्रभागा नदी,
- भूलेश्वरी नदी,
- आर्णा नदी,
- गादग नदी,
- सिपना नदी,
- खापरा नदी,
- खांडू नदी,
- तिगरी नदी,
- सुरखी नदी,
- बुर्शी नदी,
- गन्जल नदी,
- अम्भोरा नदी
- तवा नदी,
- नेसु नदी,
ताप्ती नदी की कुल लंबाई
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी (Major River of MP) "ताप्ती नदी" की लंबाई 724 किलोमीटर है। ताप्ती अपने उद्गम स्थान से 724 किलोमीटर की लंबाई से बहती है
ताप्ती नदी के तट पर बसे हुए प्रमुख नगर एवं शहर मध्य प्रदेश राज्य में
मध्य प्रदेश की नदी (River Of MP) "ताप्ती नदी" के तट पर बसे हुए प्रमुख नगर एवं शहर मध्य प्रदेश राज्य में निम्नलिखित है।
- मुल्ताई,
- नेपानगर,
- बैतूल,
- बुरहानपुर,
ताप्ती नदी के तट पर बसे हुए प्रमुख नगर एवं शहर महाराष्ट्र राज्य में ।
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "ताप्ती नदी" के तट पर बसे हुए प्रमुख नगर एवं शहर महाराष्ट्र राज्य में निम्न है।
- भुसावल ,
ताप्ती नदी के तट पर बसे हुए प्रमुख नगर एवं शहर गुजरात राज्य में ।
मध्य प्रदेश की नदी "ताप्ती नदी" के तट पर बसे हुए प्रमुख नगर एवं शहर गुजरात राज्य में निम्न है।
- सूरत ,
- सोनगढ़ ,
ताप्ती नदी की मुख्य परियोजनाएं एवं बांध -
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी(Major Rivers Of Madhya Pradesh)"ताप्ती नदी" पर निम्नलिखित मुख्य परियोजनाएं एवं बांध बने हुए हैं।
- चंदोडा बांध (बैतूल),
- पारसडोह बांध (प्रभातपट्टन बेतूल),
- हतनूर बांध (जलगांव महाराष्ट्र),
- तापी डैम,
- उकाई बांध (गुजरात सोनगढ़),
- काकरापार परियोजना( सूरत ),
- लोअर तापी बांध या पडलसरे बांध।
ताप्ती नदी भारत के कितने राज्यों में बहती है
मध्य प्रदेश राज्य की प्रमुख नदी "ताप्ती नदी" अपने उद्गम स्थान मुलताई से होते हुए यह 3 राज्यों में बहती है ।
- मध्य प्रदेश राज्य ,
- महाराष्ट्र राज्य,
- गुजरात राज्य,
ताप्ती नदी का मुहाना/ तापी नदी गिरती है
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "ताप्ती नदी" का मुहाना खंभात की खाड़ी अरब सागर में है।सरल शब्दो मे ताप्ती नदी मुलताई से निकलकर सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों के मध्य से पश्चिम की ओर बहती हुई महाराष्ट्र के खानदेश के पठार एवं सूरत के मैदान को पार करती है और गुजरात स्थित खम्भात की खाड़ी, अरब सागर में गिरती है।
2. चंबल नदी ,मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी
मध्य प्रदेश राज्य की दूसरी सबसे बड़ी नदी है ।मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी(Major Rivers Of Madhya Pradesh) "चंबल नदी" का उद्गम स्थान जानापाव पर्वत या पहाड़ी, जानापाव की पहाड़ी जो महू जिला इंदौर(विंध्याचल पर्वतमाला, महू, मध्य प्रदेश, भारत) में स्थित है। चंबल नदी "जानापाव पर्वत " महू से निकलती है।चंबल नदी दक्षिण में महू शहर के, (इंदौर) के पास, विन्ध्य (विंध्य) रेंज में मध्य प्रदेश में दक्षिण ढलान से होकर बहती है।चंबल नदी का प्राचीन नाम "चर्मण्वती " है।चंबल नदी 616 फिट ऊंचाई से निकलने वाली मध्य प्रदेश की दूसरी बड़ी नदी है चंबल नदी का पौराणिक नाम धर्मावती है।
- मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर रतलाम धार उज्जैन नीमच मंदसौर भिंड मुरैना,जिलों से होकर बहती है।
- यह नदी भारत में उत्तर तथा उत्तर-मध्य भाग में राजस्थान के कोटा तथा धौलपुर, जिलों में बहती हुई इटावा के निकट यमुना नदी में मिल जाती है।
- चंबल नदी दक्षिण की ओर मुड़ कर उत्तर प्रदेश राज्य में यमुना में शामिल होने के पहले राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच सीमा बनाती है।
- मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" उत्तर दिशा की और बहती है
- चम्बल नदी यमुना नदी की मुख्य सहायक नदियों में से एक है।
- मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" मध्यप्रदेश में दो बार प्रवेश करती है ।
- मध्य प्रदेश राज्य की दूसरी सबसे बड़ी नदी है।
चंबल नदी का उद्गम स्थान-स्थल
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" का उद्गम
स्थान-स्थल जानापाव पर्वत या पहाड़ी, जानापाव की पहाड़ी जो महू जिला इंदौर(विंध्याचल पर्वतमाला, महू, मध्य प्रदेश, भारत) में स्थित है। चंबल नदी "जानापाव पर्वत " महू से निकलती है।
चंबल नदी का अन्य नाम
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" का प्राचीन नाम निम्नलिखित है।
चंबल नदी की कुल लंबाई
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" की कुल लंबाई 965 किलोमीटर है। जिसमें 315 किलोमीटर मध्य प्रदेश में 135 किलोमीटर राजस्थान में है।
चंबल नदी की सहायक नदियां
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" की प्रमुख सहायक नदियां निम्नलिखित हैं:
- कालीसिंध नदी (कालीसिन्ध).
- क्षिप्रा नदी.
- सिंध नदी (सिन्ध)
- पार्वती नदी.ओर
- कुनू नदी,
- बनास नदी,
- मेज नदी,
- बामनी नदी ,
- सीप काली सिंध नदी ,
- छोटी कालीसिंध नदी ,
- कुनो नदी , (कुननों)
- ब्राह्मणी नदी,
- परवन नदी,
- पार्वती,
- बामणी,
- कुराल ,
- गुजाली,
- ईज,
- चाकण,
चंबल नदी पर बनने वाला प्रमुख जलप्रपात चूलिया जलप्रपात
- मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी(Major Rivers Of Madhya Pradesh)"चंबल नदी" पर बनने वाला प्रमुख जलप्रपात चूलिया जलप्रपात है।
- चूलिया जलप्रपात की ऊंचाई 18 मीटर है।
- प्रसिद्ध चूलिया जल प्रपात चम्बल (चंबल) नदी चित्तौड़गढ़ मे है।
- यह राजस्थान का सबसे ऊंचा जलप्रपात है।
- चूलिया जलप्रपात की लंबाई कुल लम्बाई 135 मीटर है।
- राजस्थान का तीसरा सबसे बड़ा जिला कोटा, राज्य की एकमात्र बारहमासी नदी चंबल नदी के किनारे स्थित है।
- यह जलप्रपात राजस्थान के कोटा जिले में चम्बल नदी पर स्थित है।
चंबल नदी कौन-कौन से जिलों में बहती है
राजस्थान राज्य : राजस्थान राज्य के 6 जिलों में चंबल नदी बहती है जो निम्नलिखित हैं।
- चितौड़गढ़,
- बूंदी,
- कोटा,
- सवाई_माधोपुर,
- करौली,
- धौलपुर
मध्य प्रदेश राज्य :मध्य प्रदेश राज्य के निम्न जिलो में चंबल नदी बहती है जो निम्नलिखित हैं।
- धार,
- उज्जैन,
- रतलाम,
- मन्दसौर,
- भिंड,
- मुरैना
चम्बल नदी भारत के कुल कितने राज्यों में बहती है?
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" भारत के कुल 3 राज्यों में बहने वाली बारहमासी नदी है। ये राज्य निम्न प्रकार है
चंबल नदी पर बसे हुए प्रमुख तटीय नगर या शहर
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" पर बसे हुए प्रमुख तटीय नगर निम्नलिखित हैं।
- रतलाम
- महू
- श्योपुर
- मुरैना
चंबल नदी पर बांध एवं 4 जल विधुत परियोजना
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" पर चार जल विधुत परियोजना -
- गांधी सागर बांध (मंदसौर)मध्यप्रदेश राज्य,
- राणा प्रताप सागर (रावतभाटा)चित्तौड़गढ़ , राजस्थान राज्य,
- जवाहर सागर बांध (बूंदी),राजस्थान राज्य,
- कोटा बेराज (कोटा) , राजस्थान राज्य,
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" नदी परियोजना के अंतर्गत चंबल नदी पर कुल 4 बांध बने हुए है। चंबल घाटी नदी परियोजना भारत की एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना है।राजस्थान राज्य मे चम्बल नदी पर 100 किलो मीटर के दायरे में 3 बांध बने हुए है। (1) राणा प्रताप सागर बांध , (2)जवाहर सागर बांध,(3) कोटा बैराज बांध।चम्बल नदी पर एक बांध मध्य प्रदेश राज्य में है जो गाँधी सागर बांध है।इस तरह चंबल घाटी नदी परियोजना में मुख्य रूप से 4 बांध बने हुए है। जो निम्नलिखित है:
- गांधी सागर बांध (मंदसौर)मध्यप्रदेश राज्य,
- राणा प्रताप सागर (रावतभाटा)चित्तौड़गढ़ , राजस्थान राज्य,
- जवाहर सागर बांध (बूंदी),राजस्थान राज्य,
- कोटा बेराज (कोटा) , राजस्थान राज्य,
चंबल घाटी नदी परियोजना से राजस्थान राज्य और मध्यप्रदेश राज्य मे सिंचाई और मिट्टी सरंक्षण हुआ है। इसकी सिंचाई क्षमता 5 लाख हेक्टेयर है। जल विधुत 386 मेगावाट है। चम्बल परियोजना तीन चरणो मे पुर्ण हुई थी।
- गान्धी सागर बान्ध विधुत क्षमता 115 mw
- राणा प्रताप सागर बान्ध विधुत क्षमता 172 mw
- जवाहर सागर बांध विधुत क्षमता 99 mw.
चंबल घाटी नदी परियोजना समान्यता राजस्थान राज्य(50%) एवं मध्यप्रदेश राज्य (50%) की सयुंक्त परियोजना है। इसकी कुल विधुत उत्पादन क्षमता 386 मेगावाट है, जिसमे से 50% यानि की 193 मेगावाट राजस्थान राज्य को एवं इतनी ही मध्यप्रदेश राज्य को विधुत मिलती है।इस परियोजना के अंतर्गत 3 बाँध,5 बिजलीघर और एक बड़ा बैराज़ बनाया गया है।यह परियोजना राजस्थान व मध्यप्रदेश की संयुक्त परियोजना हैं। जिसमें 50-50 % की भागीदारी हैं।
चंबल घाटी नदी परियोजना में कुल विद्युत उत्पादन :-
- जवाहर सागर बांध – 99 मेगावाट
- राणाप्रताप सागर बांध – 115 मेगावाट
- गांधी सागर बांध – 172 मेगावाट
- मेगावाट कुल उत्पादन – 386 मेगावाट
- इसमें मध्यप्रदेश राज्य एवं राजस्थान राज्य को 50%
- 386 / 2 =193 मेगावाट प्राप्त होता हैं।
चंबल नदी का अपवाह क्षेत्र
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी(Major River Of MP) "चंबल नदी" का कुल अपवाह क्षेत्र 19,500 वर्ग किलोमीटर हैं।चम्बल के अपवाह क्षेत्र में चित्तौड़, कोटा, बूँदी, सवाई माधौपुर, करौली, धौलपुर इत्यादि इलाके शामिल हैं।सवाई माधोपुर, करौली व धौलपुर से गुजरती हुई राजस्थान व मध्यप्रदेश की सीमा बनाती हुए चलती है जो कि 252 किलोमीटर की है।
चंबल नदी का मुहाना
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "चंबल नदी" का समापन या मुहाना यमुना नदी में मिलकर होता है। चंबल नदी उत्तर प्रदेश में बहते हुए 965 किलोमीटर की दूरी तय करके यमुना नदी में मिल जाती है।चंबल नदी उतरप्रदेश के इटावा जिले के मुरादगंज के पास यमुना में मिल जाती है।
3 . नर्मदा नदी - मध्य प्रदेश के प्रमुख नदी
मध्य प्रदेश को नदियों का मायका कहा जाता है। जिसमें नर्मदा नदी -Narmada River मुख्य एवं प्रमुख नदी है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश की सबसे प्रमुख नदी मानी जाती है।मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" मध्य प्रदेश राज्य की सबसे महत्वपूर्ण नदी है ।भूगोल शास्त्रीय भूगोल- विद टॉलमी ने नर्मदा नदी को नामोदोस कहां है।पश्चिम की ओर बहने वाली प्रायद्वीपीय नदियां या नदियों में नर्मदा नदी एक प्रमुख नदी है ।प्रायद्वीप पठार के अधिकांश भाग का नदी अपवाह बंगाल की खाड़ी की ओर है। तथा केवल 3 मुख्य नदियां अरब सागर की ओर गिरती हैं। नर्मदा नदी ताप्ती नदी, साबरमती नदी। प्रायद्वीपीय पठार से अरब सागर में गिरने वाली नदियों में नर्मदा सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखती है। नर्मदा का स्त्रोत अमरकंटक पठार क्षेत्र में है। यहां से निकल कर नर्मदा एक भ्रंश घाटी में बहती है। मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" अपने मार्ग में कई जलप्रपात बनाती है। जिनमें से जबलपुर के निकट "मार्बल फॉल" सबसे महत्वपूर्ण है "मार्बल फॉल" जिसे धुआंधार जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। बुढनेर,बंजार, शार, शक्कर, दूधी, तवा, बरना, तथा कोलार नर्मदा नदी की प्रमुख सहायक नदियां है।मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी नदी है। यह भारत की पांचवी बड़ी नदी है। यह नदी गंगा के समान पवित्र मानी जाती है। इसलिए नर्मदा नदी को मध्यप्रदेश की गंगा भी कहा जाता है।
नर्मदा नदी की लंबाई
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" की कुल लंबाई 1312 किलोमीटर है। मध्यप्रदेश की नर्मदा नदी अमरकंटक से निकलकर खंभात की खाड़ी में गिरने तक कुल लंबाई 1312 किलोमीटर की दूरी तय करती है। जिसमें वहां मध्य प्रदेश में 1077 किलोमीटर बहती है। एवं गुजरात में 161 किलोमीटर बहती है। एवं महाराष्ट्र में नर्मदा नदी की कुल लंबाई 74 किलोमीटर है।
नर्मदा नदी के अन्य नाम
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" मध्य प्रदेश की सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण नदी मानी जाती है। मध्यप्रदेश की नर्मदा नदी के अन्य नाम निम्नलिखित हैं
- नामोदोस : भूगोल शास्त्रीय भूगोल- विद टॉलमी ने नर्मदा नदी को नामोदोस कहां है।
- मध्यप्रदेश की गंगा : नर्मदा नदी गंगा के समान पवित्र मानी जाती है। इसलिए नर्मदा नदी को मध्यप्रदेश की गंगा भी कहा जाता है।
- रेवा
- मेैकलसूता
- सोमोदेवी
- शंकरी
- सोगों
- सोमदोव
- नर्मबदा
- नमादोश
नर्मदा नदी का उद्गम स्थान
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" का उद्गम स्थान अमरकंटक में अनूपपुर जिले की अमरकंटक की पहाड़ियों या मैकल श्रेणी या मैकल पर्वत श्रेणी से 1051 फीट की ऊंचाई से निकलती है। नर्मदा नदी का स्त्रोत अमरकंटक पठार क्षेत्र से है। मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले की अमरकंटक की पहाड़ियों से या विंध्याचल पर्वत श्रंखला से या मैकल पर्वत श्रेणी पर अमरकंटक के नर्मदा कुंड से हुआ है।नर्मदा नदी का उद्गम हुआ है ।नर्मदा नदी का स्रोत अमरकंटक पठार से है।नर्मदा नदी का उद्गम अमरकंटक में मैकाल पर्वत श्रेणी से 1051 फीट की ऊंचाई से।अमरकंटक के नर्मदा कुंड से हुआ है।
नर्मदा नदी की सहायक नदियां
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" की कुल 41 सहायक नदियां हैं जिसमे से नर्मदा नदी की प्रमुख सहायक नदी तवा है। नर्मदा नदी की सबसे लंबी सहायक नदी तवा है। नर्मदा नदी की प्रमुख सहायक नदियां निम्नलिखित हैं ।
- बुढनेर
- बंजार
- शार
- शक्कर
- दूधी
- तवा
- बरना
- कोलार
- हालन नदी
- बरनार
- बंजर
- शेर
- गजाल
- छोटी तवा
- कुन्दी
- देव
- गोई
- हिरन
- तिनदोनी
- चन्द्रकेशर
- कानर
- मान
- ऊटी
- हथनी
नर्मदा नदी की सहायक नदिया दाएं और बाएं तट के क्रमानुसार
दाएं तट के अनुसार : दाहिने किनारे से निम्न सहायक नदियां
- हिरन
- तिनदोनी
- बरना
- चन्द्रकेशर
- मान
- हथिनी
- कानर
- ऊटी
- कोलार
- ओसंग
- उरी
- करंजन
बाएं टट के अनुसार : बाएं किनारे से निम्न सहायक नदियां
- बंजर
- शेर
- शक्कर
- दूधी
- तवा
- गंजाल
- छोटी तवा
- कुन्दी
- देव
- गोई
- बरनार
नर्मदा नदी के तट पर स्थित या बसे हुए प्रमुख तटीय नगर
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" के तट पर स्थित या बसे हुए प्रमुख तटीय नगर निम्नलिखित हैं :
- जबलपुर
- महेश्वर
- मंडला
- हंडिया
- होशंगाबाद
- नरसिंहपुर
- बड़वाह
- ओमकारेश्वर
नर्मदा नदी के तट पर स्थित या बसे हुए आध्यात्मिक स्थल
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" के तट पर स्थित या बसे हुए आध्यात्मिक स्थल निम्नलिखित हैं।
- भेड़ाघाट
- ओंकारेश्वर
- महेश्वर
- नेमावर
नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के किन किन जिलों से गुजरती है
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" मध्य प्रदेश के निम्नलिखित जिलों से गुजरती है या बहती है :
- अनूपपुर
- मंडला
- डिंडोरी
- जबलपुर
- नरसिंहपुर
- होशंगाबाद
- रायसेन
- हरदा
- खंडवा
- खरगोन
- धार
- सीहोर
- बुधनी
- देवास
- बड़वानी
- अलीराजपुर
नर्मदा नदी पर बनने वाले प्रमुख जलप्रपात
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" द्वारा बनाए गए प्रमुख जलप्रपात निम्नलिखित हैं :
नर्मदा नदी के प्रमुख जलप्रपात
1.धुआधार जल प्रपात , जबलपुर
2.कपिल धारा जल प्रपात , अनुपपुर
3.दुग्ध धारा जल प्रपात, अनुपपुर
4.मंधार जल प्रपात, बडवाह, खरगोन
5.दर्दी / दरदी जलप्रपात : बडवाह, खरगोन
6.सहस्त्रधारा जलप्रपात : महेश्वर .खरगोन
नर्मदा नदी पर बांध एवं निर्मित परियोजनाएं
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" पर करीब 3000 छोटी बड़ी परियोजनाएं बन चुकी है । इनमें से सरदार सरोवर परियोजना भड़ौच गुजरात ,पुनासा ,हरसुड, खंडवा, महेश्वर, धार, बरगी बांध जबलपुर ,आदि बड़ी परियोजना है।
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी" पर निर्मित बांध निम्नलिखित है :
बरगी
ओमकारेश्वर
इंदिरा सागर
बरगी बांध जबलपुर के पास बरगी बांध की ऊंचाई 69.8 मीटर और लंबाई 5 दशमलव 36 किलोमीटर है। बांध का निर्माण 1988 में हुआ था।
अवंती बाई सागर जलाशय :
रानी अवंती बाई सागर जलाशय की लंबाई 74 किलोमीटर है। यह जलाशय जबलपुर मंडला एवं सिवनी जिले में 267.97 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस बांध से 100 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।
इंदिरा सागर परियोजना :
इंदिरा सागर परियोजना मध्य प्रदेश के पूर्व निमाड़ जिले में पुनासा के पास मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी " पर बना हुआ बांध है । जिसकी लंबाई 653 मीटर तथा ऊंचाई 92 मीटर है या एक बहुउद्देशीय परियोजना है । जिसमें 1.23 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई और 8 इकाई के माध्यम से 1000 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जाता है ।
ओमकारेश्वर जल विद्युत संयंत्र या परियोजना:
ओमकारेश्वर जल विद्युत संयंत्र या परियोजना यहां पर 65 मेगा वाट की 8 इकाइयां हैं। जिनकी कुल उत्पाद उत्पादन क्षमता 520 मेगावाट है। यह नर्मदा नदी पर बनाई गई प्रमुख परियोजना है। मांधाता ग्राम से लगभग 1 किलोमीटर पहले ओमकारेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना है। इस बांध की ऊंचाई 73.8 मीटर और लंबाई 949 मीटर है इस परियोजना में 520 मेगावाट बिजली उत्पादन और 1.47 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का सिंचाई का लक्ष्य है।
महेश्वर जल विद्युत परियोजना :
महेश्वर जल विद्युत परियोजना या मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी " पर मध्य प्रदेश राज्य में बना हुआ आखरी बांध है ।जिसमें 400 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता है मंडलेश्वर से पहले नर्मदा और बेढा नदी के संगम पर यह परियोजना एक रन ऑफ द रिवर परियोजना है।
सरदार सरोवर परियोजना :
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी " पर सबसे बड़ा बांध सरदार सरोवर बांध है। यह बांध गुजरात राज्य में नर्मदा जिले में नावगाम नामक स्थान पर पर बना हुआ है। यह बांध 1210 मीटर लंबा है बांध की ऊंचाई 163 मीटर है। यह बांध विश्व में दूसरे क्रम में आता है। उचाई की दृष्टि से यह बांध भारत का तीसरा बांध है। सरदार सरोवर जलाशय 214 किलोमीटर लंबा है। और चौड़ाई 1 दशमलव 77 किलोमीटर और अधिकतम चौड़ाई 16 दशमलव 10 किलोमीटर है। इस जलाशय का क्षेत्रफल 37000 हेक्टेयर है । इस बांध की कुल जल संग्रहण क्षमता 7.7 MAF है बांध की स्टोरेज क्षमता 2.97 MAF है।
नर्मदा नदी का अपवाह क्षेत्र या तंत्र बेसिन
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी " का अपवाह क्षेत्र बेसिन लगभग 93180 वर्ग किलोमीटर है। नर्मदा नदी के बेसिन का 89.9% भाग मध्य प्रदेश में है। और6.5 % भाग गुजरात में है ।तथा 2.7 % भाग महाराष्ट्र में है।
नर्मदा नदी का मुहाना
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "नर्मदा नदी " का समापन या गिरना या मुहाना के अंतर्गत नर्मदा नदी गुजरात के भरूच जिले में खंभात की खाड़ी अरब सागर में गिरती है और अरब सागर में जाकर मिल जाती है।
4 . सोन नदी - मध्यप्रदेश की प्रमुख नदी
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " गंगा नदी की सबसे बड़ी दक्षिणी सहायक नदी है।सोन नदी भारत की सबसे बड़ी नदियों में से एक है। सोन नदी भारत के 5 राज्यों में बहने वाली नदी है।सोन नदी मध्य प्रदेश राज्य की तीसरी सबसे लम्बी नदी है।और सोन नदी यमुना नदी की बड़ी सहायक नदी है।और सोन नदी गंगा नदी की दूसरी सबसे बड़ी सहायक नदी है।सोन नदी भारत के मध्य भाग में बहने वाली एक नदी है।
सोन नदी का उद्गम स्थान
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " मध्य प्रदेश के अमरकंटक की पहाड़ियों से है या सरल शब्दों में सोन नदी का उद्गम स्थान अमरकंटक है जो कि अनूपपुर जिले में सोन नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले की विंध्यांचल पर्वत श्रंखला की मैकल पर्वत श्रेणी अमरकंटक से हुआ है ।
सोन नदी के अन्य नाम या उपनाम
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " के अन्य नाम या उपनाम निम्नलिखित है।
- सोनभद्र नदी,
- हिरण्यवाह नदी,
- स्वर्ण नदी,
- सोहन नदी ,
सोन नदी की लंबाई
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी "की लंबाई 780 किलोमीटर है
सोन नदी की सहायक नदियां
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " की सहायक नदियां निम्न है
- जोहिला नदी
- रिहन्द नदी
- कोएल नदी या कोयल नदी
- गोपद नदी
- कान्हर नदी
- खान नदी
- गम्भीर नदी
- छोटी महानदी
- घाघर नदी
- बनास नदी
- कुनहड
सोन नदी मध्य प्रदेश के निम्न जिलों में बहती है
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " मध्य प्रदेश के निम्नलिखित जिलों में बहती है।
- अनूपपुर,
- शहडोल
- उमरिया
- सीधी
- रीवा
सोन नदी उत्तर प्रदेश के निम्न जिलों में बहती है
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित जिलों में बहती है।
- सोनभद्र
सोन नदी भारत के कितने राज्यों में बहती है
- मध्य प्रदेश राज्य
- उत्तर प्रदेश राज्य
- झारखंड राज्य
- बिहार राज्य
- छत्तीसगढ़ राज्य
सोन नदी का अपवाह क्षेत्र
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " का अपवाह क्षेत्र 17900 वर्ग किलोमीटर है
सोन नदी पर बने बांध
- एनीकट बांध ब्रिटिश सरकार द्वारा 1876 में निर्माण गया था।
- इंद्रपुरी बैराज भारत के सबसे लंबे बांधों में से एक है जिसका निर्माण 1968 में किया गया था।
- मध्य प्रदेश में बान सागर बांध सोन नदी पर एक बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है।सोन नदी घाटी परियोजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " पर एक ही बांध का निर्माण किया गया है । यह बांध "बाणसागर बांध" मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य के द्वारा इस बांध का निर्माण किया गया है ।
- अरहर के पास 1440 मीटर लंबा अब्दुल बारी पुल 1862 में निर्माण हुआ था।
- मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के देओलोंद में निर्माण किया गया आधुनिक सोन पुल का उद्घाटन 1986 में किया गया था।
सोन नदी का मुहाना
मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी "सोन नदी " का समागम बिहार में प्रवेश कर दानापुर के निकट गंगा में मिल जाती है या समागम हो जाता है।
निष्कर्ष
Thanks
Rajendra Thakur