MPPSC | राज्य सेवा परीक्षा | राज्य वन सेवा
नमस्ते
दोस्तों / साथिया
आज मैं अपने इस आर्टिकल के माध्यम से MPPSC EXAM ,राज्य सेवा परीक्षा योजना /राज्य वन सेवा (State Service Exam/State Forest Service) की प्रारंभिक परीक्षा की योजना एवं पाठ्यक्रम के संदर्भ में आपको संपूर्ण एवं महत्वपूर्ण जानकारी सारांश में आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं। साथियों सर्वप्रथम हम सबसे पहले राज्य सेवा परीक्षा योजना के अंतर्गत हम राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा योजना क्या है। इस परीक्षा योजना की पद्धति कैसी है इस विषय पर चर्चा करेंगे ।
राज्य सेवा परीक्षा /वन सेवा परीक्षा (State Service Exam /Forest Service Exam) योजना के अंतर्गत राज्य सेवा परीक्षा का संचालन तीन चरणों में पूर्ण होता है
2. राज्य सेवा मुख्य परीक्षा3. साक्षात्कार
1. राज्य सेवा /वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा ::
राज्य सेवा परीक्षा /वन सेवा परीक्षा (State Service Exam/Forest Service Exam) योजना के अंतर्गत राज्य सेवा परीक्षा के संचालन के प्रथम चरण जिसे राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (STATE SERVICE PRELIMS EXAMINATION) कहा जाता है। इस प्रथम चरण में प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत वस्तुनिष्ठ प्रकार( बहुविकल्पीय प्रश्न) के दो प्रश्न पत्र होते हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र का स्वरूप योजना अनुसार निम्नलिखित होता है
1. प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन
2. द्वितीय प्रश्न पत्र सामान्य अभिरुचि परीक्षण
1. प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन=
राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा( STATE SERVICE PRELIMS EXAM) के प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन में प्रश्नों का स्वरूप वस्तुनिष्ठ प्रकार बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न के प्रश्नों का होता है। प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 संभावित उत्तर होते हैं जिन्हें अ ,ब, स और द, के रूप में अंकित किया जाता है। जिनमें से एक विकल्प ही सही उत्तर होता है सभी उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वह उत्तर पुस्तिका में उनके द्वारा चयन किए गए अ,ब,स, और द विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प पर ही चिन्ह लगाया जाए।
प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन में 2 अंक के 100 प्रश्न होते हैं ।अर्थात प्रथम प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन कुल 200 अंक का होता है। और प्रथम प्रश्न पत्र को हल करने की समयावधि 2 घंटे की होती है।
2. द्वितीय प्रश्न पत्र सामान्य अभिरुचि परीक्षण=
राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (STATE SERVICE PRELIMS EXAM) के द्वितीय प्रश्न पत्र ( सामान्य अभिरुचि परीक्षण) में प्रश्नों का स्वरूप वस्तुनिष्ठ प्रकार बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न के प्रश्नों का होता है ।प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 संभावित उत्तर होते हैं जिन्हें अ ब स और द के रूप में अंकित किया जाता है। जिनमें से एक विकल्प ही सही उत्तर होता है ।सभी उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वह उत्तर पुस्तिका में उनके द्वारा चयन किए गए अ,ब,स, और द विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प पर ही चिन्ह लगाया जाए।
द्वितीय प्रश्न पत्र (सामान्य अभिरुचि परीक्षण ) में 2 अंक के 100 प्रश्न होते हैं अर्थात द्वितीय प्रश्न पत्र (सामान्य अभिरुचि परीक्षण )कुल 200 अंक का होता है और द्वितीय प्रश्न पत्र को हल करने की समयावधि 2 घंटे की होती है
विशेष तथ्य -
राज्य सेवा परीक्षा योजना (STATE SERVICE PRELIMS EXAM)के अंतर्गत विशेष तथ्यों की जानकारी प्रत्येक उम्मीदवारों को होनी चाहिए। यह विशेष तथ्य सभी उम्मीदवारों को सहायता प्रदान करते हैं । राज्य सेवा परीक्षा योजना के अंतर्गत विशेष तथ्य निम्नलिखित हैं
- प्रारंभिक परीक्षा केवल छानबीन परीक्षण (Eligibility Test ) के रूप में ली जाती है।
- प्रारंभिक परीक्षा के प्राप्त अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए योग्य या चयनित घोषित किया जाता है।
- प्रारंभिक परीक्षा हेतु सामान्य अध्ययन तथा सामान्य अभिरुचि परीक्षण के विस्तृत पाठ्यक्रम परिशिष्ट 2 में उल्लेखित किया गया है।
- प्रारंभिक परीक्षा के प्रत्येक प्रश्न पत्र हिंदी एवं अंग्रेजी में होंगे।
- प्रारंभिक परीक्षा के उपरांत परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों और उनके मॉडल उत्तरों की कुंजी मॉडल आंसर शीट तैयार करके आयोग की वेबसाइट www.mppsc.com या www.mppsc.nic.in पर प्रकाशित की जाती है।
- प्रारंभिक परीक्षा के प्रत्येक प्रश्नपत्र में 2-2 अंक के 100 प्रश्न होंगे प्रत्येक प्रश्नपत्र की समय अवधि 2 घंटे की होती है।
ऑनलाइन आपत्तियां दर्ज एवं संशोधन::
ऑनलाइन आपत्तियां दर्ज एवं संशोधन के अंतर्गत निम्नलिखित सम्मिलित किए गए हैं---
- प्रारंभिक परीक्षा के उपरांत परीक्षा की हुई मडल उत्तरों की कुंजी मॉडल आंसर शीट प्रकाशित होने के बाद ऑनलाइन पद्धति से सात दिवस के अवधि में आपत्तियां प्राप्त की जाती हैं।
- अभ्यार्थी प्रति प्रश्न आयोग द्वारा निर्धारित शुल्क एवं पोर्टल शुल्क का भुगतान कर ऑनलाइन आपत्तियां जमा कर सकेंगे।
- सात दिवस के निर्धारित अवधि के पश्चात किसी भी अभ्यावेदन आपत्तियों से संबंधित पर कोई विचार नहीं किया जाता है।
- प्राप्त आपत्तियों पर विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा विचार किया जाएगा।
विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा त्वरित कार्यवाही
राज्य सवा प्रारंभिक परीक्षा (STATE SERVICE PRELIMS EXAM)के उपरांत परीक्षा की मॉडल उत्तर कुंजी का प्रकाशन किए जाने के पश्चात ऑनलाइन पद्धति से सात दिवस की अवधि में आपत्तियां प्राप्त किए जाने के बाद विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा जो त्वरित कार्रवाई संपन्न की जाती हैं। वह निम्नलिखित हैं ---
- ऐसे प्रश्न जिनका प्रावधिक उत्तर कुंजी में दिए गए विकल्पों में से गलत उत्तर दिया गया है और विकल्पों में से अन्य विकल्प सही है तब प्रावधिक उत्तर कुंजी को संशोधित किया जाता है।
- प्रश्न के हिंदी तथा अंग्रेजी अनुवाद में भिन्नता की स्थिति में केवल हिंदी अनुवाद को ही मान्य किया जाता है।
- ऐसे प्रश्न जिनका दिए गए विकल्पों में एक से अधिक सही उत्तर है तो सभी सही उत्तरों को मान्य किया जाएगा।
- ऐसे प्रश्न हैं जिनका दिए गए विकल्पों में एक भी सही उत्तर ना हो तो प्रश्न पत्र से उस प्रश्न को विलोपित किया जाएगा।
- विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा समस्त अभ्यावेदन पर विचार करने के पश्चात अंतिम उत्तर कुंजी बनाई जाती है और आयोग की वेबसाइट www.mppsc.nic.in या www.mppsc.com या www.mpscdemo.in पर प्रकाशित कर दिया जाता है।
- अंतिम उत्तर कुंजी के पश्चात कोई भी आपत्तियां या पत्र व्यवहार मान्य नहीं किया जाएगा विषय विशेषज्ञ समिति का निर्णय अंतिम माना जाएगा।
- उपरोक्त अनुसार समिति द्वारा विलोपित किए गए प्रश्नों को छोड़कर शेष प्रश्नों के आधार पर ही अंतिम उत्तर कुंजी के अनुसार अभ्यार्थियों का मूल्यांकन का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।
अन्य विशेष तथ्य
राज्य सेवा परीक्षा या फॉरेस्ट सेवा परीक्षा(STATE SERVICE/STATE FOREST SERVICE EXAM) के अंतर्गत अन्य विशेष तथ्यों की जानकारी सभी उम्मीदवारों को होनी चाहिए। राज्य परीक्षा या फॉरेस्ट सेवा परीक्षा के अंतर्गत अन्य विशेष तथ्य निम्नलिखित हैं।
- राज्य सेवा वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा में चयनित अभ्यार्थियों की संख्या कुल रिक्त पदों की संख्या के वर्ग वार श्रेणी वार अधिकतम 15 गुना होगी।
- समान अंक प्राप्त वर्ग वार श्रेणी वार उम्मीदवारों को भी मुख्य परीक्षा हेतु योग्य घोषित किया जाएगा।
- केवल वे ही उम्मीदवार जी ने आयोग ने संबंधित विज्ञापन के अधीन प्रारंभिक परीक्षा में योग्य घोषित किया हो मुख्य परीक्षा में प्रवेश पाने के लिए पात्र होंगे।
- मुख्य परीक्षा की पात्रता हेतु उम्मीदवार की प्रारंभिक परीक्षा के प्रत्येक प्रश्न पत्र में न्यूनतम 40% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
- अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांग श्रेणी के उम्मीदवार हेतु न्यूनतम पात्रता अंक 30 प्रतिशत होंगे।
- राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा (STATE SERVICE PRELIMS EXAM) का द्वितीय प्रश्न पत्र (सामान्य अभिरुचि परीक्षण) केवल क्वालीफाइंग स्वरूप का होगा।
- द्वितीय प्रश्न पत्र (सामान्य अभिरुचि परीक्षण) में प्राप्त अंकों को प्रारंभिक परीक्षा परिणाम हेतु गुणानुक्रम निर्धारण में शामिल नहीं किया जाएगा।
- राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम भी राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के समान ही होगा।
- राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा की मेरिट सूची प्रथम एवं द्वितीय दोनों प्रश्न पत्रों के प्राप्त अंकों को जोड़कर तैयार की जाएगी।
पाठकों के लिए संदेश ----
साथियों इस आर्टिकल में राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के विषय पर मैंने अपने विचार व्यक्त कर आपके समक्ष प्रस्तुत किए हैं इस आर्टिकल में आज हमने राज्य सेवा परीक्षा और राज्य वन सेवा परीक्षा के विषय पर चर्चा की है मुझे आशा है कि इस आर्टिकल से आपको बहुत मदद मिलेगी मेरे नेक्स्ट आर्टिकल में राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम पर पूर्ण केंद्रित रहेगा ।
धन्यवाद,