दुग्धधारा जलप्रपात | Doodh Dhara | मध्य प्रदेश
(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले में अमरकंटक में स्थित है।(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात नर्मदा नदी पर स्थित है।(दुध धारा) दुग्ध धारा नर्मदा नदी पर बना हुआ दूसरा जलप्रपात है।(दुध धारा) दुग्ध धारा की ऊंचाई 15 मीटर (10 फुट) है।जलप्रपात में पवित्र नर्मदा जल 15 मीटर (10 फुट) की ऊंचाई से मेकल पर्वत की पहडियों से नीचे गिरता है।इसके अतिरिक्त अन्य विशेषताओं पर भी चर्चा करेंगे।
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दुग्धधारा या दुध धारा जलप्रपात
(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले में अमरकंटक में स्थित है।(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में अमरकंटक में नर्मदा नदी पर स्थित है।यह जलप्रपात नर्मदा नदी पर बना हुआ दूसरा जलप्रपात है।(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात नर्मदा नदी का दूसरा भव्य जल प्रपात है।(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात की ऊंचाई 15 मीटर (10 फुट) है।जलप्रपात में पवित्र नर्मदा जल 15 मीटर (10 फुट) की ऊंचाई से मेकल पर्वत की पहडियों से नीचे गिरता है।
मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले में अमरकंटक मे पवित्र नर्मदा नदी अपने उद्गम स्थल नर्मदा कुंड से निकलकर लगभग 8 किलोमीटर दूरी पर उत्तर-पश्चिम दिशा में नर्मदा नदी के द्वारा दूसरा भव्य जल प्रपात "(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात" का निर्माण करती है।यह जलप्रपात एक खूबसूरत और मनोरम जलप्रपात है।कपिल धारा जलप्रपात से लगभग 1 किलोमीटर (200 मीटर) की दूरी पर पश्चिम दिशा में नर्मदा का दूसरा जलप्रपात (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात स्थित है।
नर्मदा नदी पर दूसरा भव्य जलप्रपात
(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात" नर्मदा नदी पर बनने वाला दूसरा जलप्रपात है।इस जल प्रपात में पानी 15 मीटर (10 फुट) की ऊंचाई से मेकल पर्वत की पहडियों से नीचे इतनी तेजी से गिरता है कि उसका रंग दूध की तरह सफेद दिखाई देता है ।
दुग्ध धारा या दूध धारा जलप्रपात का नाम दुग्ध धारा या दूध धारा क्यों पड़ा
इतिहास के प्राचीन स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी एवं जनश्रुति के अनुसार (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात का नाम (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात निम्न कारणों से पड़ा:
- इतिहास के प्राचीन स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी एवं जनश्रुति के अनुसार इसी स्थान पर दुर्वासा ऋषि ने तपस्या की थी।पहले इस स्थान को दुर्वासा धारा कहा जाता था, लेकिन समय के साथ इसका नाम बदलकर दूधधारा हो गया।और ऋषि दुर्वासा की तपस्या से प्रसन्न होकर माँ नर्मदा ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए और उन्हें दुग्ध पान कराया था। तभी से यहाँ नर्मदा की धारा का नाम दूध धारा पड़ गया।ऋषि दुर्वासा के ही नाम पर यहाँ नर्मदा की धारा का नाम 'दुर्वासा धारा' पड़ा, जो बाद में अपभ्रंस होकर 'दूध धारा' ( समय के साथ दुग्ध जैसे सफेद रंग के कारण इल जलप्रपात का नाम दुधधारा पड़ गया)हो गया।ऋषि दुर्वासा दूध के समान धवल नर्मदा जल से प्रतिदिन शिव का अभिषेक करते थे। इस स्थान पर ऋषि दुर्वासा की गुफा भी हैं, जहाँ उन्होंने ध्यान-तपस्या की होगी। इस गुफा में एक शिवलिंग भी है, जिस पर निरंतर पानी गिरता रहता है।हिन्दु धार्मिक पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है।नर्मदा के इस जल प्रपात का संबंध ऋषि दुर्वासा से है।
- इतिहास के प्राचीन स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी एवं जनश्रुति के अनुसार रीवा राज्य के एक राजकुमार पर प्रसन्न होकर माता नर्मदा ने उन्हें दूध की धारा के रूप में दर्शन दिया था उसी समय से इस जल प्रपात का नाम दूध धारा पड़ गया।
- "(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात" नर्मदा नदी पर बनने वाला दूसरा जलप्रपात है।इस जल प्रपात में पानी 15 मीटर (10 फुट) की ऊंचाई से मेकल पर्वत की पहडियों से नीचे इतनी तेजी से गिरता है कि उसका रंग दूध की तरह सफेद दिखाई देता है ।इसी कारण इसका नाम "(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात" पड़ गया।
दूध धारा' किसे कहते हैं
'दूध धारा' संगमरमरी चट्टानों पर से नर्मदा का बहता जल है। वह जब घर्षण के साथ (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात से पानी गिरता है, तो वह दूध जैसा दिखाई पड़ता है, इसीलिए इसे दूध धारा कहते हैं।
स्मरणीय तथ्य
जलप्रपात का नाम : दुग्ध धारा या दुध धारा जलप्रपात
राज्य का नाम : मध्य प्रदेश राज्य
देश : भारत
जलप्रपात का स्थान : अमरकंटक,अनूपपुर जिला,
नदी पर स्थित : नर्मदा नदी पर स्थित
जलप्रपात की ऊंचाई : 15 मीटर (10 फुट)
जलप्रपात का प्रकार : एक प्राकृतिक जलप्रपात है
जिला : अनूपपुर जिला,
जिले से दूरी : 40 किलोमीटर
अमरकंटक से दूरी : 8 किलोमीटर
विशेषता : नर्मदा नदी का दूसरा जलप्रपात
जलप्रपात का अन्य नाम : "दुर्वासा धारा ", "दूध धारा"
कपिलधारा जलप्रपात से दूरी : 1 किलोमीटर (200 मीटर)
विशेषता : जलप्रपात का जल दूध की तरह सफेद
Conclusion :दुग्ध धारा जलप्रपात मध्य प्रदेश,के महत्वपूर्ण स्मरणीय तथ्य
- (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।
- (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात मध्य प्रदेश राज्य मे अनुपपूर जिले के अमरकंटक में स्थित है।
- (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले में अमरकंटक में स्थित है।(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में अमरकंटक में नर्मदा नदी पर स्थित है।
- यह जलप्रपात नर्मदा नदी पर बना हुआ दूसरा जलप्रपात है।
- यह जलप्रपात कपिलधारा जलप्रपात के पास में स्थित है है।
- यह जलप्रपात एक खूबसूरत और मनमोहक जलप्रपात है।
- (दुध धारा) दुग्ध धारा की ऊंचाई लगभग 15 मीटर (10 फुट) है।
- यह जलप्रपात " कपिल धारा जलप्रपात से लगभग 200 की दूरी पर स्थित है।
- नर्मदा नदी अपने उद्गम स्थान से 100 मीटर आगे ""(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात " बनाती है ।
- यह जलप्रपात घने जंगलों के बीच में अमरकंटक घाटी के पश्चिमी छोर पर स्थित है।
- अपने उद्गम स्थल अमरकंटक से निकलकर लगभग 8 किलोमीटर दूरी पर यह जलप्रपात स्थित है।
- घने जंगल के सन्नाटे मे यह जलप्रपात की तंरगित ध्वनि इस क्षेत्र की एक और विशेषता हैं।
- मध्य प्रदेश राज्य के अनूपपुर जिले में अमरकंटक मे पवित्र नर्मदा नदी अपने उद्गम स्थल नर्मदा कुंड से निकलकर लगभग 8 किलोमीटर दूरी पर उत्तर-पश्चिम दिशा में नर्मदा नदी के द्वारा दूसरा भव्य जल प्रपात "दुग्धधारा या दुध धारा जलप्रपात" का निर्माण करती है।
- इतिहास के प्राचीन स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी एवं जनश्रुति के अनुसार इसी स्थान पर दुर्वासा ऋषि ने तपस्या की थी।पहले इस स्थान को दुर्वासा धारा कहा जाता था, लेकिन समय के साथ इसका नाम बदलकर दूधधारा हो गया।
- इतिहास के प्राचीन स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी एवं जनश्रुति के अनुसार रीवा राज्य के एक राजकुमार पर प्रसन्न होकर माता नर्मदा ने उन्हें दूध की धारा के रूप में दर्शन दिया था उसी समय से इस जल प्रपात का नाम दूध धारा पड़ गया।
- "(दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात " नर्मदा नदी पर बनने वाला दूसरा जलप्रपात है।इस जल प्रपात में पानी 15 मीटर (10 फुट) की ऊंचाई से मेकल पर्वत की पहडियों से नीचे इतनी तेजी से गिरता है कि उसका रंग दूध की तरह सफेद दिखाई देता है ।इसी कारण इसका नाम (दुध धारा) दुग्ध धारा जलप्रपात पड़ गया।